नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में चल रही खिचतान का असर अब दिखने लगा है। जहां एक तरफ लोग समझ रहे थे कि मुलायम सिंह के बिना अखिलेश कुछ नहीं वहीं एक सी-वोटर के नये सर्वे में यह बात सामने आयी है कि सपा के झगड़े से अखिलेश यादव को फायदा हुआ है और उनकी लोकप्रियता में लगातार इजाफा हुआ है।
सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक बीते एक महीने में यानी परिवार में झगड़े के दौरान अखिलेश यादव की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। मुलामय सिंह यादव, अखिलेश यादव, और उनके चाचा शिवपाल यादव को लेकर सी-वोटर ने एक सर्वे सितंबर में किया और दूसरा अक्टूबर में। सर्वे के नतीजों के मुताबिक चाचा शिवपाल के मुकाबले अखिलेश को पसंद करने वाले लोगों की संख्या सितंबर में 77.1 प्रतिशत थी जो अक्टूबर में बढ़कर 83.1 प्रतिशत हो गई। यानी अखिलेश को चाहने वालों की संख्या 6 फीसदी बढ़ गई।
इसी तरह, पिता मुलायम की तुलना में भी अखिलेश अधिक लोकप्रिय नजर आते हैं। दोनों की लोकप्रियता की तुलना वाले सवाल में भी अखिलेश को इस बार 76 जबकि पिछले महीने 67 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया। मुलायम के प्रति पिछली दफा 19 जबकि इस दफा 15 प्रतिशत लोगों ने पसंदगी जताई।
अखिलेश सपा के पारंपरिक वोटरों की सीमा भी लांघते दिख रहे हैं। मुलायम से तुलना की बात रखे जाने पर भी 55 साल से ज्यादा उम्र वाले 70 फीसद लोग अखिलेश को पसंद करते हैं। जिन लोगों के बीच सर्वेक्षण किया गया, उनमें से 68 फीसद लोगों का मानना है कि अखिलेश पार्टी को गुंडा छवि से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। 63.2 प्रतिशत लोगों का यह भी मानना है कि अखिलेश को उनलोगों को पार्टी में शामिल नहीं करने देना चाहिए जो आपराधिक छवि के हैं।
हालांकि इस बीच सबकी नजर 3 नवंबर से शुरू होने वाली अखिलेश की रथयात्रा पर है। खबरों के मुताबिक दोनो खेमों की खींचतान के बीच अखिलेश की रथयात्रा के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है और अब ये रथयात्रा एक दिन की ही होगी। यानी इस बात की संभावना बढ़ गई है कि अखिलेश 5 तारीख को लखनऊ में पार्टी के रजत जयंती समारोह में शामिल होंगे।