सरकार ने ऐसा ऐप बनवाया जिससे पति कर रहे पत्नियों की ट्रैकिंग, जानिए क्यों लिया ऐसा फैसला

1475
8010

गैजेट्स डेस्क: कैसा हो, जब आपके फोन में ऐसा ऐप हो जिससे आप किसी पर निगरानी रख पाएं। अब आप सोचेंगे कि ऐसे कई डिवाइस और ऐप हैं लेकिन हम जिस बारें में बताने जा रहे हैं वो थोड़ा अलग है। दरअसल,सऊदी अरब में लोग स्मार्ट फोन पर ऐप के जरिए पत्नियों और बेटियों की जासूसी कर रहे हैं। जिसका अब सोशल मीडिया पर विरोध होना शुरू हो गया है।

जिस ऐप के जरिए वे उन्हें ट्रैक कर रहे हैं, उसका नाम ‘अब्शर’ है। बता दें, ये ऐप गूगल और ऐपल के स्टोर पर मौजूद है। बताया जाता है कि 2018 में सऊदी सरकार के कहने पर ही इसे ऐप को बनाया गया है। ताकि लोग यह पता लगा लेते हैं कि उनके घर की महिला सदस्य कहां हैं। महिलाएं अगर एयरपोर्ट पर अपने पासपोर्ट का इस्तेमाल करती हैं, तो उसकी जानकारी उनके पति के मोबाइल पर पहुंच जाएगी। पुरुष चाहे तो महिलाओं को एयरपोर्ट पर ही रोक सकते हैं।लॉन्च होने के बाद से ही यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर 10 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।

क्यों आया चर्चा में-
इस ऐप ने सऊदी अरब में पुरुषों की मर्जी के खिलाफ देश छोड़कर जाने की इच्छुक महिलाओं के लिए दिक्कत खड़ी कर दी है। क्योंकि यहां के कानून के मुताबिक महिलाओं को यात्रा करने के लिए घर के पुरुष सदस्य से इजाजत लेनी होती है।सऊदी अरब में अब्शर ऐप का मामला दिसंबर 2018 में तब सुर्खियों में आया था, जब यहां एक युवती शहाद अल मोहमीद घर से बगावत करने में सफल नहीं हो पाई। उसे परिजनों का फोन चुराने के आरोप में पकड़ लिया गया। इस घटना के बाद से ही इस ऐप के खिलाफ पश्चिमी देशों में लोग विरोध में उतर आए।

पति-पत्नी का फोन चैक करना कानूनी अपराध
सऊदी अरब में अप्रैल 2018 में साइबर क्राइम रोकने के लिए बनाए गए नए कानून के मुताबिक, पति-पत्नी एक-दूसरे का फोन चेक नहीं कर सकते हैं। यह अपराध की श्रेणी में आता है। इस गुनाह के लिए 86 लाख रुपए के हर्जाने के साथ ही एक साल की जेल की सजा भी हो सकती है। सऊदी अरब में 75% आबादी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती है।

विरोध में उतरे लोग
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने तो यहां तक कह दिया कि यह ऐप महिलाओं की आजादी को खतरे में डाल रहा है, इसलिए गूगल और ऐपल इसे अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाए। अमेरिकी सीनेटर रॉन वायडेन ने तो बकायता ऐपल के सीईओ टिम कुक और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को पत्र भी लिखा। कुक ने कहा कि वे गंभीरता के साथ इसका हल निकालेंगे।

ये भी पढ़ें:
पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार का बड़ा फैसला, पाकिस्तान से वापस लिया MFN का दर्जा
CRPF के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला, 44 जवान शहीद, कई गंभीर रूप से जख्मी

ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here