नमक का संकट जी हाँ …. नमक का संकट और वो भी भारत में. शुक्रवार शाम से ये आलम हैं कि देश के अलग – अलग जगह से ये खबर आ रही हैं कि भारत में नमक कम पड़ने वाला हैं, इसकी सप्लाई खत्म होने वाली हैं तो लोगो का हुजूम टूट पड़ा नमक खरीदने में…
आमतौर पर सस्ता मिलने वाला नमक 50 से लेकर 100 रूपये प्रति किलो तक बिका.. उत्तरप्रदेश हो या उतरांचल, गुजरात हो या दिल्ली, लखनऊ और हैदराबाद तक इसकी आग लग गयी… 3 रूपये किलो बिकने वाला नमक बाज़ार में 300 रूपये तक बिकने के भी समाचार हैं..
जैसे – जैसे ये अपवाह हावी होती गयी जमाखोरों ने जमाखोरी शुरू कर दी सच में बाज़ार से नमक गायब होता गया और गाँवों में हालात और भी ख़राब होते गए. दुकानदारों ने भी जमाखोरी की नियत से बोर्ड तक लगवा दिए कि नमक उपलब्ध ही नहीं हैं. इस तरह की खबर के चलते आखिर मुख्यमंत्रियों और उप्मुख्य्मंत्रियों को को बयां जारी करना पड़ा कि राज्य में पर्याप्त नमक हैं, जनता को घबराने की ज़रूरत नहीं हैं, तब जाके कही मामला शांत होने को आया हैं..
इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गयी हैं, हर कोई इसको दूसरी पार्टी की चाल बताये जा रहा हैं.. आखिर उपभोक्ता मंत्री को भी इस मामले में बोलना पड़ा की नमक की कोई कमी नहीं हैं ..
ये घटना कुछ सवाल छोड़ जाती हैं जिनके जवाब आम जनता जरुर जानना चाहेगी
- क्या हमारे देश में किसी भी चीज़ को लेकर कोई भी अफ़वाह इतनी आसानी से फैला सकता हैं ?
- इस तरीके की अफ़वाह से कौनसे समुदाय का फायदा होना हैं ?
- जिस गरीब ने इस अफ़वाह का खामियाजा भुगता हैं उसका क्या कसूर हैं ?
- आप आदमी तक सही खबर पहुचाने का माध्यम क्या होना चाहिए ?
- हर बार चुनाव के पास में महंगाई इसी तरह बढ़ाने वाले कौन लोग हैं ?
- क्या सरकार ऐसा कोई सिस्टम लाएगी जिससे देश में उपलब्ध खाद्यसामग्री के स्टॉक की सुचना हर आदमी तक आसानी से पहुँच जाये ??
और भी ऐसे अनगिनत सवालो को छोड़कर ये मुद्दा शांत होने जा रहा हैं परन्तु एक न एक दिन इन सवालों का जवाब जरुर सामने आएगा…