ध्यान दें! अमृतसर हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर उड़ने लगी हैं ऐसी अफवाहें…

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सोशल मीडिया से: दशहरा वाले दिन यानी 19 अक्टूबर को अमृतसर में सबसे बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ। जहां मरने वालों की संख्या लगभग 66 के पार पहुंच चुकी हैं वहीं कुछ अन्य लोग बेवजह माहौल खराब करने में लगे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें एक लेटर के साथ वायरल हो रही हैं। पहली वायरल तस्वीर में (आत्महत्या) फंदे से झूलता शव दिखाया जा रहा है और दूसरे लेटर में घटना वाली रात का पूरा जिक्र लिखा हुआ।

अब सोशल मीडिया पर इन दोनों तस्वीरों को एक साथ वायरल किया जा रहा और बताया जा रहा है कि फंदे पर झूलता शव ट्रेन ड्राइवर का जिसने बड़ी संख्या में लोगों की जान लेकर आत्महत्या कर ली। इन वायरल तस्वीरों की जब हमने पड़ताल की तो पाया कि आत्महत्या करने वाला व्यक्ति अमृतसर के तरनतारन के भीखीविंड के बीच का रहने वाला है। जिसका नाम परमजीत बताया जा रहा है। बताया जा रहा है साथ ही में परमजीत मानसिक रोगी भी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। (हम यहां ट्रेन ड्राइवर द्वारा लिख पत्र को साझा कर रहे हैं लेकिन फंदे से झूलते शव की तस्वीर हम यहां नहीं लगा रहे।)

आपको बता दें ट्रेन डाइवर पूरी तरह से सलामत है। गौरतलब है कि 19 अक्टूबर को अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार शाम दशहरा कार्यक्रम के दौरान डीएमयू ट्रेन ने ट्रैक पर खड़े लाेगों को रौंद दिया था। इसमें 66 लोगों की मौत हो गई आैर करीब 143 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

इसके बाद ट्रेन के चालक अर‍विंद कुमार को हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। चालक ने हादसे के बारे में लिखित बयान भी दिया था। इस बयान पर लोगों ने सवाल उठाया है। यहां तक कि पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी हादसे के लिए रेलवे को जिम्‍मेदार ठहराते हुए ट्रेन चालक की अोर अंगुली उठाई है।

हिंदु-मुस्लिम के नाम पर भी फैली अफवाह-
साल 2017 में रमजान के दौरान रेलवे ट्रैक पर मुस्लिम लोगों द्वारा नवाज पढ़ते हुए की एक तस्वीर शेयर की जा रही है। दरअसल, इस तस्वीर को अभी का बताया जा रहा है और कहां जा रहा है कि जब मुस्लमान ट्रैक पर नवाज अदा कर सकता है तो हिंदु दशहरा क्यों नहीं बना सकता। आपको बता दें इस तस्वीर में ट्रेन बीच में रूकी हुई नजर आ रही है।

नोट- यदि आपके फेसबुक या व्हाट्सऐप पर अमृतसर से जुड़ी किसी भी खबर को भेजा जा रहा है तो आगे शेयर करने से पहले एक बार खबर की सत्यता को पहचान ले। ताकि लोगों के पास फेक खबरें न पहुंचे। आपको मालूम होना चाहिए कि फेक खबरें कितने बड़े हादसों को अंजाम दे सकती है। जिम्मेदार नागरिक बनिए..।

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