कोरोना Breaking: इन दो ब्लड ग्रुप के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा, चीन ने किया खुलासा

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इंटरनेशनल डेस्क: दुनिया में कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बुधवार सुबह 1 लाख 98 हजार 513 हो गया। 165 देश प्रभावित हैं। मरने वालों की संख्या 7 हजार 988 पहुंच गई है। 81,743 संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। इसी बीच एक राहत की खबर मिली है। चीन के हुबेई प्रांत जिनइंतान अस्पताल को शोधकर्ताओं ने नया खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस (COVID19) किस ब्लड ग्रुप के इंसानों को ज्यादा प्रभावित करता है।

इस शोध में सामने आया है कि ब्लड ग्रुप ए (Blood Group A) कोरोना वायरस से जल्दी संक्रमित हो सकता है, बल्कि ब्लड ग्रुप ओ (Blood Group O) को संक्रमित होने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है। यह रिपोर्ट ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने प्रकाशित की है। यह शोध चीन के वुहान में किया गया है। वुहान चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी है। यहीं से पूरी दुनिया में कोविड-19 कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है। वुहान में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस से संक्रमित 2173 लोगों पर अध्ययन किया। इनमें से 206 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई थी। (इस रिपोर्ट को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

कोरोना वायरस की वजह से मारे गए 206 लोगों में से 85 लोगों का ब्लड ग्रुप ए था। यानी करीब 41 फीसदी। जबकि, 52 लोगों का ब्लड ग्रुप ओ था। यानी करीब 25 फीसदी। 2173 लोगों में से ब्लड ग्रुप ए वाले लोग ज्यादा संक्रमित भी थे। इसमें से 32 फीसदी ब्लड ग्रुप ए के थे जबकि 26 फीसदी ही ब्लड ग्रुप ओ वाले लोग थे।

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इस शोध में शामिल किए गए सभी लोगों में से ब्लड ग्रुप ए के 38 फीसदी लोग संक्रमित हुए थे, जबकि ब्लड ग्रुप के सिर्फ 26 फीसदी लोग ही इस कोरोना वायरस से प्रभावित हुए थे। शोधकर्ताओं ने अपने शोध से परिणाम यह निकाला कि ब्लड ग्रुप ओ के कोरोना वायरस से मरने की आशंका बाकी ब्लड ग्रुप से कम है। साथ ये लोग संक्रमित भी देर से होते हैं।

वहीं, ब्लड ग्रुप ए वालों के कोरोना से मरने की आशंका ज्यादा है। वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि जब सार्स-सीओवी-2 (SARS-COV-2) का हमला हुआ था, तब भी ब्लड ग्रुप ओ के लोग कम बीमार पड़े थे, जबकि बाकी ब्लड ग्रुप के लोग काफी ज्यादा प्रभावित हुए थे। अभी तक इस रिसर्च की पूरी तरह से समीक्षा नहीं की गई है लेकिन चीन तियानजिन स्थित स्टेट की लेबोरटरी ऑफ एक्सपेरिमेंटल हीमैटोलॉजी के वैज्ञानिक गाओ यिंगदाई ने कहा है कि यह रिसर्च इस बीमारी का इलाज खोजने में मदद करेगी।

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गाओ यिंगदाई ने कहा है कि अगर आपका ब्लड ग्रुप ए है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसका मतलब ये नहीं है कि आप 100 फीसदी कोरोना से संक्रमित हो ही जाएंगे। ब्लड ग्रुप ओ वाले भी लापरवाही न बरतें। इससे पहले भी कई अध्ययन आ चुके हैं कि ब्लड ग्रुप ए, बी और एबी वालों को ब्लड ग्रुप ओ की तुलना में दिल की बीमारियां होने का खतरा ज्यादा रहता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि अगर ज्यादा लोगों पर यह अध्ययन किया जाएगा तो आंकड़े और सही आएंगे।

ध्यान दें- पञ्चदूत इस खबर की पुष्ठि नहीं करता है। यह खबर medrxiv.org पर लगी इंग्लिश रिपोर्ट का मात्र हिन्दी अनुवाद है। इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार पञ्चदूत के नहीं हैं।

 

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