दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता का नाम तय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक RSS ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा है, जिसे भाजपा ने मान लिया है। यदि यह निर्णय अंतिम रूप से पुष्टि होता है, तो रेखा गुप्ता दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रमुख नेता हैं, जो दिल्ली की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। वह शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और वैश्य समुदाय से आती हैं, जो दिल्ली में भाजपा का महत्वपूर्ण वोट बैंक माना जाता है।
मुख्यमंत्री की शपथ गुरुवार (20 फरवरी) को रामलीला मैदान में दोपहर 12:35 बजे होगी। दिल्ली के मुख्य सचिव की तरफ से भेजे गए निमंत्रण में मुख्यमंत्री के साथ मंत्रियों की शपथ का भी जिक्र है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी दलित, पूर्वांचल और जाट का कॉम्बिनेशन बना सकती है। दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं। कार्यक्रम में 30 हजार मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले ही साफ कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री निर्वाचित विधायकों में से होगा। बैठक में कैबिनेट मंत्रियों के नाम की भी घोषणा हो सकती है।
रेखा गुप्ता के बारें में
रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता, जयभगवान, बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे, जिनकी पोस्टिंग दिल्ली में होने के कारण परिवार दिल्ली स्थानांतरित हो गया। रेखा ने अपनी स्कूली शिक्षा से लेकर स्नातक और एलएलबी की पढ़ाई दिल्ली में ही पूरी की। छात्र जीवन से ही वह राजनीति में सक्रिय रहीं और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ीं। 1996-97 में, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
निजी जीवन: 1998 में, रेखा गुप्ता ने मनीष गुप्ता से विवाह किया, जो स्पेयर पार्ट्स के व्यवसायी हैं। उनका पुश्तैनी गांव नंदगढ़, जींद के जुलाना क्षेत्र में है, जहां उनका परिवार आज भी सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय है।
राजनीतिक करियर: रेखा गुप्ता ने 2007 और 2012 में पीतमपुरा के उत्तरी वार्ड से नगर निगम पार्षद के रूप में चुनाव जीता। इस दौरान, उन्होंने क्षेत्र के विकास और नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। 2015 में, उन्होंने भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। हालांकि, 2025 के विधानसभा चुनाव में, उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराकर विधायक पद हासिल किया।
दिल्ली को अब तक दो महिला मुख्यमंत्री मिली हैं
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सुषमा स्वराज (1998) – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सुषमा स्वराज 13 अक्टूबर 1998 से 3 दिसंबर 1998 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। हालांकि, उनका कार्यकाल केवल 52 दिन का रहा, क्योंकि 1998 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
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शीला दीक्षित (1998-2013) – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता शीला दीक्षित 3 दिसंबर 1998 से 28 दिसंबर 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। वह दिल्ली की सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली मुख्यमंत्री थीं और उन्होंने 15 साल तक (तीन कार्यकाल) इस पद को संभाला। उनके कार्यकाल में दिल्ली में बुनियादी ढांचे और मेट्रो जैसी बड़ी परियोजनाओं को तेजी मिली।
अगर रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री बनती हैं, तो वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
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