नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन हो गया है। राम जेठमलानी लंबे समय से बीमार थे। राम जेठमलानी लगभग एक हफ्ते से बहुत ज्यादा बीमार थे और अपने बेड से भी नहीं उठ पा रहे थे। बीमारी के कारण बेहद कमजोर भी हो गए थे।
राम जेठमलानी के बेटे महेश ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार आज शाम लोधी रोड श्मशान में किया जाएगा। आपको बता दें, राम जेठमलानी ने कई मशहूर और विवादित केसों की पैरवी की थी। इसमें इंदिरा गांधी केस के हत्यारों का केस, डॉन हाजी मस्तान और हर्षद मेहता जैसे केस हैं।
राम जेठमलानी एक मशहूर वकील के साथ राजनेता भी थे। फिलहाल वह आरजेडी से राज्यसभा सांसद थे। जेठमलानी पर हमेशा से ही अवसरवादी होने के आरोप भी लगते रहे। लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की और जब चाहा जिस पार्टी में आते रहे और जाते रहे।
कुछ साल पहले ऐसी भी स्थिति आई जब वह मानहानि के मामले में अरविंद केजरीवाल की पैरवी करते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ कोर्ट में खड़े हो गए। यह संयोग ही है कि अरुण जेटली के निधन के कुछ ही दिन बाद अब राम जेठमलानी भी दुनिया को अलविदा कह गए।