Rajasthan Election 2023: इन 12 सीटों पर टिकी है पूरे प्रदेश की नजर, क्या जारी रहेगी राजस्थान की परंपरा?

विधानसभा चुनाव में इस बार निर्वाचन आयोग ने होम वोटिंग की सुविधा भी दी थी। जिसके तहत 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट देन की सुविधा दी गई थी।

0
362

Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को वोटिंग होनी है। सुबह 7 से शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी। प्रदेश में 5 करोड़ 29 लाख 31 हजार 152 मतदाता हैं। इनमें से 2 करोड़ 74 लाख 74 हजार 849 पुरुष और 2 करोड़ 53 लाख 13 हजार 458 महिलाओं समेत 624 मतदाता थर्ड जेंडर हैं। 18-19 साल के 22 लाख 71 हजार 647 वोटर समेत 51 लाख 42 हजार मतदाताओं के पास पहली बार विधानसभा चुनाव में वोट करने का मौका है।

राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 199 पर मतदान होना है। यहां से 1875 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वोटिंग के लिए विधानसभा क्षेत्रों में 51,507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 10,501 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। 26,393 मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्ट की जाएगी।

प्रदेश में मतदान के लिए इस बार 65,277 ईवीएम मशीनों का उपयोग किया जाएगा। इन ईवीएम मशीनों के साथ 62,372 कंट्रोल यूनिट और 67,580 वीवीपैट मशीनें भी हैं। चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में 41,224 वाहनों का अधिग्रहण भी किया है।

इसके अलावा विधानसभा चुनाव में इस बार निर्वाचन आयोग ने होम वोटिंग की सुविधा भी दी थी। जिसके तहत 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट देन की सुविधा दी गई थी। प्रदेश के 61021 मतदाताओं ने घर से वोट दिया है। जबकि 3,01,875 डाक मतपत्र से भी डाले गए हैं। 3 लाख 62 हजार 896 वोट पड़ चुके हैं।

ये भी पढ़ें: क्या है Vote from Home? जानिए घर बैठे कैसे उठा सकते हैं इस सुविधा का लाभ

ये है 12 राजस्थान की सबसे चर्चित सीटें

कोटा: यहां से सरकार के सबसे दमदार मंत्री शांति धारीवाल कांग्रेस से और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खास माने जाने वाले प्रह्लाद गुंजल मैदान में हैं। यहां मुकाबला बेहद रोचक है, क्योंकि गुंजल पहले भी धारीवाल को हरा चुके हैं।

नागौर: इस सीट पर कांग्रेस की ओर से हरेन्द्र मिर्धा और भाजपा की ओर से उनकी भतीजी ज्योति मिर्धा के बीच मुख्य टक्कर है। ज्योति कांग्रेस में ही हुआ करती थीं, लेकिन अब भाजपा में हैं। मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं, निर्दलीय प्रत्याशी हबीबुर्रहमान जो कांग्रेस और भाजपा दोनों के टिकट पर यहां से विधायक रह चुके हैं।

ये भी पढ़ें: राजस्थान में भाजपा का घोषणा पत्र जारी, 12वीं पास को स्कूटी, KG से PG तक शिक्षा फ्री, जनता पर मेहरबान BJP

सरदारपुरा: इस सीट पर सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस की उम्मीद हैं और उनके समक्ष भाजपा ने महेंद्र सिंह राठौड़ को उतारा है। दोनों स्थानीय हैं और राठौड़ स्थानीय सरकार भी संभाल चुके हैं, ऐसे में मुकाबला बहुत रोचक तो नहीं, लेकिन चर्चा में जरूर है।

ये भी पढ़ें: तैयार हो जाइए..Voter ID से जुड़ेगा Aadhaar, चुनाव आयोग को सरकार से मिली हरी झंडी

झालरापाटन: इस सीट पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भाजपा की प्रत्याशी हैं और उनके सामने कांग्रेस के रामलाल चैहान हैं। यहां मुकाबला ज्यादा रोचक तो नहीं है, लेकिन राजे के कारण नजर जरूर रहेगी।

टोंक: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट यहां से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं और भाजपा ने टोंक से पहले भी चुनाव लड़ते रहे अजीत मेहता को टिकट दिया है। बडे़ उलटफेर की सम्भावना कम ही है, लेकिन परिणाम पर नजर रहेगी।

धौलपुर: यहां से भाजपा की ओर से शिवचरण कुशवाहा और कांग्रेस की ओर से शोभारानी कुशवाहा चुनाव मैदान में हैं। दोनों रिश्ते में जीजा-साली हैं, लेकिन सबसे रोचक यह है कि दोनों ने इस बार पार्टियां बदल ली हैं। शोभारानी पिछली बार भाजपा से थीं और शिवचरण कांग्रेस से। इस बार उलटा हो गया है।

ये भी पढ़ें: Rajasthan Election: वैभव गहलोत बोले- सरकार नहीं आएगी क्योंकि पापा खुद वजह हैं? जानें बयान के पीछे की वजह

लक्ष्मणगढ़: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का मुकाबला पहले भाजपा फिर कांग्रेस और अब फिर भाजपा में आ गए सुभाष महरिया से है। यहां की लड़ाई रोचक है और डोटासरा का प्रचार के लिए कहीं और नहीं जा पाना बता रहा है कि मुकाबला कड़ा हो सकता है।

विद्याधर नगर: यहां से भाजपा ने सांसद दिया कुमारी को टिकट दिया है जो जयपुर की राजकुमारी भी हैं। पार्टी उन्हें एक बड़े चेहरे के रूप में आगे बढ़ाती दिख रही हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल से है जो पिछले पांच साल के दौरान काफी सक्रिय रहे हैं।

ये भी पढ़ें: महिला मुखिया को हर साल मिलेंगे 10 हजार रुपए, जानें राजस्थान के घोषणा पत्र में क्या हैं कांग्रेस के वादे

तरानगर: नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ यहां से भाजपा के उम्मीदवार हैं और चूरू से सीट बदल कर आए हैं। उनके सामने कांग्रेस के बडे़ नरेन्द्र बुढ़ानिया हैं। यहां भी मामला रोचक होता दिख रहा है।

खींवसर: यह सीट भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार नहीं, बल्कि राजस्थान में तीसरी ताकत के रूप में उभर रहे आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल के कारण चर्चा में हैं। वे यहां चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने रेवतराम डांगा और कांग्रेस ने तेजपाल मिर्धा को चुनाव में उतारा है।

ये भी पढ़ें: राजस्थान चुनाव 2023: थोथा चना, बाजै घणा..जानें क्यों फिट बैठ रही है भाजपा-कांग्रेस पर ये कहावत?

तिजारा: इस सीट पर भाजपा ने सांसद बाबा बालकनाथ को और कांग्रेस ने इमरान खान को टिकट दिया है। यह सीट राजस्थान में हिन्दु मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण की सबसे  बड़ी सीट मानी जा रही है।

सवाई माधोपुर: भाजपा ने यहां से चर्चित चेहरा रहे किरोड़ीलाल मीणा को टिकट दिया है और उनके सामने हैं कांग्रेस के दानिश अबरार। लेकिन चुनाव रोचक बना रही हैं, भाजपा की बागी आशा मीणा जो किरोडीलाल मीणा के लिए बड़ी चुनौती साबित होती दिख रही हैं।


हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)


ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।