गुजरात: केवड़िया में बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) से पहली ही बारिश में पानी रिसने लगा है। सरदार वल्लभभाई पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। इसे तैयार करने में 3000 करोड़ की लागत आई थी। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि प्रतिमा के हृदय के पास से रिसाव हो रहा है।
इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा का 31 अक्टूबर, 2018 को अनावरण किया था। प्रतिमा बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। पिछले साल 13 नवंबर को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी इसे देखने गए थे। तब वे अचानक बिजली गुल होने से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की लिफ्ट में फंस गए थे। तब भी स्टेच्यू ऑफ यूनिटी चर्चा में आयी थी।
नर्मदा जिले के कलेक्टर आईके पटेल ने कहा कि प्रतिमा के कुछ हिस्सों में रिसाव की समस्या है और इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। व्यूइंग गैलरी का डिजाइन ही ऐसा है कि इसमें बरसात का पानी आए। इसे बंद करने पर यहां से विहंगम दृश्य देखना संभव नहीं हो पाएगा। यहां कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं है।
विश्व की सबसे उंची प्रतिमा स्टेच्यु ओफ युनिटी मे घुसा बारिश का पानी
व्यु गेलेरी समेत अन्य कई जगह पर पहोंचा वारिश का पानी
3 हजार करोड कि लागत से बनी है स्टेच्यु ओफ युनिटी कि सरदार पटेल साहव कि प्रतिमा#sardarpatel #statueofunity #gujarat pic.twitter.com/BMNyuaZn5X— jayesh cHauHaN (@BeiNgjacks) June 29, 2019
बता दें, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी में 153 मीटर की ऊंचाई पर व्यूइंग गैलरी है। यहां से एक बार में करीब 200 लोग आसपास के विहंगम दृश्य का आनंद ले सकते हैं। इसी स्थान पर जलभराव होने का दावा किया जा रहा है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण और रखरखाव का काम लार्सन एंड टुब्रो कंपनी करती है। इससे पहले भी कई बार स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सुर्खियों में रही है।
ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं