केजरीवाल की मायाजाल में उलझ गए सिद्धू, अब क्या करेंगे…

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दिल्ली: पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के आवाज-ए-पंजाब और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की खबरें आ रही है। आप की तरफ से कोशिश है कि चुनाव विलय से नहीं बल्कि गठबंधन से लड़ना चाहती है। इसके लिए आप की तरफ से सिद्धू को पंजाब का डिप्टी सीएम का ऑफर भी मिला है। इतना ही नहीं पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर भी दिया।

केजरीवाल ने दिया सिद्धू सहित उनके दोस्तों को पार्टी में मौका:

बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि सिद्धू से बात चल रही है। बीजेपी छोड़ने के बाद सिद्धू पर आप और कांग्रेस दोनों ही डोरे डाल रहे हैं। लेकिन सिद्धू ने अब तक पत्ते नहीं खोले हैं। केजरीवाल कह रहे हैं कि वो सिद्धू की बहुत इज्जत करते हैं और सिद्धू ही क्यों उनके साथी परगट सिंह, सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस को भी आम आदमी पार्टी में आना चाहिए।

लेकिन पंजाब में आप के सीएम उम्मीदवार पर केजरीवाल कुछ भी साफ नहीं कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि असली पेंच तो सीएम को लेकर ही है। बीजेपी छोड़ते वक्त भी नवजोत सिद्धू के आप में जाने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन ऐन मौके पर सिद्धू ने सीएम उम्मीदवार बनाने की शर्त रखी और मामला अटक गया। तब से सिद्धू पंजाब की राजनीति में झूला झूल रहे हैं। कभी कांग्रेस में जाने की खबर आती है तो कभी खुद के पार्टी बनाने की खबर।

इस बीच सिद्धू के लिए एक परेशानी भी खड़ी हो गई है। सिद्धू के खिलाफ 2009 के चुनाव में हार जीत का केस फिर से खुल गया है। अमृतसर में सिद्धू तब बतौर बीजेपी उम्मीदवार चुनाव जीते थे और उनसे हारने वाले ओम प्रकाश सोनी ने ये अर्जी दी थी।

2011 से सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी थी अब जाकर कोर्ट ने कहा है कि मामला हाईकोर्ट में शुरू होगा। सोनी ने सिद्धू पर गलत तरीके से चुनाव जीतने का आरोप लगाकर चुनाव रद्द करने की मांग की थी।