Police arrest Lawrence Bishnoi shooters : दिल्ली पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली जानकारी के बाद पुलिस दो आरोपियों को दबोचने में कामयाब रही जिसमें एक नाबालिक भी शामिल है। शुक्रवार रात 9.00 बजे पुलिस की स्पेशल सेल ने वसंत कुंज के एक पाइव स्टार होटल के पास मुठभेड़ के बाद कुख्यात लारेंस बिश्नोई गिरोह के दो शूटरों को गिरफ्तार किया।
मुठभेड़ में बदमाशों ने पांच राउंड फायरिंग और जवाब में पुलिस ने दो राउंड फायरिंग की। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो विदेशी पिस्टल ,चार कारतूस और एक बाइक बरामद की। बता दें कि इन आरोपियों के रोहतक में छह आपराधिक मामले में नाम दर्ज है।
कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शूटरों ने पंजाब के फरीदकोट से शिरोमणि अकाली दल के विधायक रहे दीप मल्होत्रा के पंजाबी बाग स्थित घर के बाहर आठ राउंड फायरिंग की थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 72 घंटे के अंदर दो शूटरों को गिरफ्तार कर गुत्थी सुलझा ली है।
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बता दें कि पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा का पंजाब में शराब का बड़ा कारोबार है। लॉरेंस गिरोह ने दीप मल्होत्रा से करोड़ों रुपये रंगदारी मांगी थी, लेकिन उन्होंने देने से इंकार कर दिया था। जिसके बारे उनके घर पर फायरिंग कराई गई थी।
स्पेशल क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आकाश उर्फ कस्सा हरियाणा के सोनीपत का निवासी है, और नितेश उर्फ सिंटी चरखी दादरी निवासी का रहने वाला है।
शूटर आकाश उर्फ कस्सा के नाम पहले से तीन आपराधिक मामलों दर्ज हैं। दोनों आरोपी ने 3 दिसंबर को शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक के पश्चिमी पंजाबी बाग स्थित घर के बाहर आठ राउंड फायरिंग करके बाइक से फरार भाग गए थे। इससे पहले लॉरेंस गिरोह के सदस्यों ने विधायक के पंजाब स्थित शराब की दो दुकानों को जला दिया था। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने अपराध शाखा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी।
मामले की छानबीन में पुलिस को घर के मेन गेट के पास चार कारतूस बरामद हुए थे। जिसके बाद पंजाबी बाग थाना पुलिस ने यह केस दर्ज किया था। जांच से पता चला था कि लॉरेंस गिरोह ने पूर्व विधायक के वाट्सएप नंबर पर काल कर और वाइस मैसेज भेजकर रंगदारी मांगी थी। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी।
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सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद
क्राइम ब्रांच को जांच में मिली सीसीटीवी फुटेज और अन्य तरीके से पता चला था लॉरेंस गिरोह ने ही वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने शूटर आकाश की पहचान की। इसके बाद डीसीपी अमित गोयल की टीम ने पहले आकाश को सोनीपत के भटगांव से गिरफ्तार किया। आकाश से पूछताछ के बाद पुलिस ने दूसरे शूटर नितेश को भी चरखी दादरी से गिरफ्तार किया। दोनों से बरामद बाइक कुछ वर्ष पहले पालम गांव से चोरी की गई थी। शूटर आकाश हत्या के प्रयास के एक मामले में हरियाणा में जेल में बंद था। जहां उसकी मुलाकात गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों से हुई थी। जिसके बाद वह भी गिरोह में शामिल हो गया था।
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