रूस के व्लादिवोस्तोक में 5वें पूर्वी आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि आज इस मंच पर हमारे विचार मंथन से न केवल सुदूर पूर्व बल्कि पूरी मानव जाति के मानव कल्याण के प्रयासों को बल मिलेगा।
EEF कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन की रूस के इस पूर्वी हिस्से के लिए रुचि काफी ज्यादा है, जो उनकी नीति में झलकती है। PM मोदी ने इस दौरान रूस के इस पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत-रूस के संबंध ऐतिहासिक मुकाम पर हैं। भारत और रूस मिलकर स्पेस की दूरियां पार करेंगे और समंदर की गहराइयों को मापेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच शिप चलेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत कदम से कदम मिलाकर रूस के साथ चलना चाहता है।
#WATCH Russia: Prime Minister Narendra Modi ends his speech at the 5th Eastern Economic Forum in Vladivostok with ‘Dasvidaniya’ and ‘Aavjo’. pic.twitter.com/aBsQA2C7w9
— ANI (@ANI) September 5, 2019
भारत में हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं, 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के साथ आनेपर विकास की रफ्तार को 1+1= 11 बनाने का मौका है।
#WATCH live from Russia: Prime Minister Narendra Modi addresses at the Plenary Session of 5th Eastern Economic Forum, in Vladivostok. https://t.co/tqBTAJlYQZ
— ANI (@ANI) September 5, 2019
हाल ही में हमारे देश से कई नेता यहां पर आए और कई विषयों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरी सरकार एक्ट ईस्ट मिशन पर काम कर रही है। भारत और रूस के बीच करीब 50 से अधिक समझौते हुए हैं। भारत प्रकृति को बचाने के लिए कई कदम उठा रहा है। मोदी ने कहा कि पूर्वी हिस्से में विकास के लिए भारत 1 बिलियन डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट देगा।