Pahalgam: 35 साल में पहली बार आतंक के खिलाफ जम्मू-कश्मीर बंद, देखें VIDEO

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कश्मीर घाटी में 35 साल में पहली बार आतंकी हमले के खिलाफ बुधवार को बंद रहा। पहलगाम (Pahalgam) पर्यटन स्थल में हुई हत्याओं के विरोध में बंद के आह्वान का सभी क्षेत्रों के संगठनों ने समर्थन किया। 35 साल में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ कश्मीर पूरी तरह बंद है। लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दुकानें, निजी स्कूल, कॉलेज समेत पेट्रोल पंप बंद हैं। गुस्साए लोग सड़कों पर भारत के झंडे थामे पहुंचे। पाकिस्तान के झंडे और टायर जलाए। सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।

अधिकारियों ने बताया कि घाटी में निजी स्कूल भी बंद रहे, लेकिन सरकारी स्कूल खुले रहे। उन्होंने बताया कि घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में भी बंद का असर देखा गया। घाटी में कई स्थानों पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी हुए, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने हमले की निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या को रोकने का आह्वान किया।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम में हुए हमले के विरोध में कई राजनीतिक दलों, सामाजिक-धार्मिक संगठनों, व्यापार निकायों और नागरिक समाज समूहों ने कश्मीर में बंद का आह्वान किया। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी उन राजनीतिक संगठनों में शामिल हैं जिन्होंने हमले के विरोध में बंद का समर्थन किया।

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अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बल पहलगाम इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। हमले के एक दिन बाद पर्यटक स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। साथ ही सुरक्षा बल प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों और प्रतिष्ठानों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।


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उमर बोले- हमले के बाद पर्यटकों के पलायन का दुख
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटकों के घाटी से पलायन होने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वे लोगों के डर को समझते हैं। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम समझते हैं कि लोग खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना चाहते हैं।

स्थिति को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA ने श्रीनगर से अतिरिक्त फ्लाइट्स की व्यवस्था शुरू कर दी है ताकि फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बंद हुआ श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) आंशिक रूप से एकतरफा यातायात के लिए खोल दिया गया है। उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बाहर जाने वाले पर्यटकों की गाड़ियों को प्राथमिकता दी जाए।

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