इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ हाल ही में एक मामले से रिहा हुए तो उनके ऊपर एक और मुसीबत टूट पड़ी। दरअसल, भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई है। ये ही नहीं कोर्ट ने 25 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया है।
आपको बता दें, नवाज को अल-अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में ये सजा मिली है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अदालत ने नवाज शरीफ के कोर्टरूम में पहुंचते ही फैसला दिया और फैसले के तुरंत बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
जवाबदेही अदालत के जज मुहम्मद अरशद मलिक ने नवाज के खिलाफ फ्लैगशिप इनवेस्टमेन्ट और अल-अजीजिया मामलों में पिछले सप्ताह सुनवाई पूरी होने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इनमें फ्लैगशिप इनवेस्टमेन्ट मामले में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
इससे पहले एवनफील्ड मामले में उन्हें सजा हुई थी। नवाज शरीफ को यह सजा पाकिस्तान की जवाबदेही अदालत ने सुनाई है, जो पूर्व में उन्हें एवनफील्ड मामले में भी दोषी करार दे चुकी है।
पाकिस्तान की जवाबदेही अदालत ने नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को जुलाई में क्रमश: 10 साल और 7 साल कैद की सजा सुनाई थी। हालांकि सितंबर में इस्लामाबद हाई कोर्ट ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए उनकी जेल की सजा सस्पेंड कर दी और उनकी रिहाई का आदेश दिया। कोर्ट ने यह फैसला शरीफ परिवार की याचिका पर दिया था, जिन्होंने एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में उन्हें सुनाई गई सजा को चुनौती दी थी।
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