वाशिंगटन: अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने हाल ही में चेतावनी दी है कि त्वचा, नाखून और होंठ के रंग में बदलाव होना ओमिक्रॉन के लक्षण हैं। हेल्थ एजेंसी के अनुसार, ऐसा होने पर कोरोना की जांच तुरंत करवानी चाहिए।
शरीर में वायरस की एंट्री होने के 2 से 14 दिनों बाद लक्षणों का अनुभव होता है। ये माइल्ड से लेकर गंभीर हो सकते हैं। सर्दी, खांसी, गले में खराश और खुजली, बुखार, सांस लेने में दिक्कत, हरारत, मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द, गंध और स्वाद न आना कोरोना के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं।
ब्रिटेन के ZOE कोविड स्टडी ऐप के अनुसार, कब्ज, डायरिया, ब्रेन फॉग, सोते वक्त पसीना आना, आंखों में सूजन और त्वचा के किसी भी हिस्से पर रैश होना भी ओमिक्रॉन के लक्षण हैं।
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सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्तियों में कई तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। वायरस का एक नया लक्षण है त्वचा, नाखून या होंठ का रंग बदल जाना। CDC ने चेतावनी दी है कि त्वचा, नाखूनों और होंठ का पीला, ग्रे या नीला होना खून में ऑक्सीजन की कमी को दर्शाता है। चूंकि कोरोना होने पर खून में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, ऐसे में ये लक्षण होने पर जांच करवाना बेहद जरूरी है।
इन वॉर्निंग साइंस के साथ ही सांस लेने में दिक्कत, शरीर में दर्द, सीने पर दबाव, कंफ्यूजन और लगातार नींद आना भी ओमिक्रॉन के लक्षण हो सकते हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक 653 मामले सामने आए, इसके बाद दिल्ली में 464, केरल में 185, राजस्थान में 174, गुजरात में 154 और तमिलनाडु में 121 मामले सामने आए। इसके साथ ही ओमीक्रॉन के 2,135 मामले भारत में हो चुके हैं, जिनमें से 828 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
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