2008 मुंबई आतंकी हमलों का दोषी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) आज भारत लाया जाएगा। राणा के आत्मसमर्पण (सरेंडर) के लिए भारत की कई एजेंसियों की टीमें इस समय अमेरिका में मौजूद हैं और प्रक्रिया पूरी करने में जुटी हैं. उसपर 2008 में हुए मुंबई हमले में शामिल होने का आरोप है, जिसमें 175 लोगों की जान गई थी। लंबे समय से भारत उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था।
13 नवंबर 2024 को राणा ने निचली अदालत के प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, जिसे 21 जनवरी को खारिज कर दिया गया था। इससे पहले उसने सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में अपील की थी, जो खारिज कर दी गई थी। कोर्ट ने फैसले में कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे भारत भेजा जा सकता है।
तहव्वुर ने भारत आने से बचने के लिए याचिका दायर की थी। उसने अपनी याचिका में खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताते हुए कहा था कि अगर भारत डिपोर्ट किया गया तो उसे प्रताड़ित किया जा सकता है। तहव्वुर राणा को 2009 में FBI ने गिरफ्तार किया था। राणा को अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने के लिए दोषी ठहराया गया था। फिलहाल वह लॉस एंजिल्स के एक हिरासत केंद्र में बंद है।
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26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने हमले किए। ये हमले चार दिनों तक चले। इन हमलों में कुल 175 लोग मारे गए, जिनमें 9 हमलावर भी शामिल थे, और 300 से अधिक लोग घायल हुए।
कौन है तहव्वुर राणा?
पाकिस्तान मूल के तहव्वुर राणा ISI और लश्कर-ए-तैयबा का मेंबर था। हमले के वक्त भारत में सक्रिय था। लश्कर में जुड़ने से पहले तहव्वुर पाकिस्तानी आर्मी का डॉक्टर था और उसने पाक आर्मी के कई युद्ध में जवानों की उपचार दिया था। 2011 में अमेरिकी कोर्ट ने तहव्वुर को दानिश न्यूजपेपर के दफ्तर पर हमला करवाने के मामले में लश्करे तैयबा का सपोर्ट करने के जुर्म में सजा सुनाई है। इस मामले में 17 जनवरी 2013 को वहां की कोर्ट ने उसे 14 साल की जेल की सजा सुनाई है हालांकि अब तक तहव्वुर को 26/11 मुंबई हमले के आरोप में सजा नही हुई है।
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तहव्वुर राणा ने मुंबई हमले में कैसे की थी आतंकियों की मदद
मुंबई पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, राणा आतंकियों को हमले की जगह बताने और भारत में आने के बाद रुकने के ठिकाने बताने में मदद कर रहा था। राणा ने ही ब्लूप्रिंट तैयार किया था, जिसके आधार पर हमले को अंजाम दिया गया।राणा और हेडली ने आतंकवादी साजिश रचने का काम किया था। चार्जशीट में बताया गया कि मुंबई हमले की साजिश की प्लानिंग में राणा का रोल बहुत बड़ा रोल था।
क्या कुछ हुआ था मुम्बई हमले में..
- 26 नवंबर 2008 को मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने हमले किए थे।
- हमला लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ताज महल होटल पैलेस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, कामा हॉस्पिटल, नरीमन हाउस, मेट्रो सिनेमा और सेंट जेवियर कॉलेज में किया गया था।
- हमले के एके-47, IED, RDX और ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया। बॉम्बिंग, मास शूटिंग की और लोगों को बंधक बनाया गया था।
- हमले में 166 लोग मारे गए और 300 घायल हुए थे। मरने वालों में कुछ अमेरिकी नागरिक भी थे।
- आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में NSG, मरीन कमांडो फोर्स, मुंबई पुलिस, RAF, CRPF, मुंबई फायर ब्रिगेड और रेलवे फोर्स शामिल हुई।
- अजमल कसाब को गिरफ्तार किया था। 2012 में उसे फांसी दे दी गई।
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