1984 में नेशनल जिऑग्रफिक मैगजीन में जिस हरी आंखों वाली शरणार्थी लड़की की चर्चित तस्वीर छपी थी, वह अफगानी महिला शरबत गुला इलाज के लिए जल्द ही भारत आएगी। उसे जाली पहचान पत्र बनवाने के आरोप में पाकिस्तान ने बुधवार को अफगानिस्तान वापस भेज दिया। भारत सरकार ने उसके मुफ्त इलाज की पेशकश की है, जिसपर भारत में अफगानिस्तान के राजदूत शादिया अब्दाली ने आभार जताया है।
अफगानिस्तान के राजदूत शादिया अब्दाली ने ट्वीट किया, ‘आइकॉनिक अफगान शरबत गुला मुफ्त में इलाज के लिए जल्द ही भारत में होंगी। सच्चा दोस्त होने के लिए भारत को शुक्रिया!’
The Iconic Afghan Sharbat Gula will soon be in India for medical treatment free of cost – Thank you India for being a true friend! @MEAIndia
— Dr Shaida Abdali (@ShaidaAbdali) November 12, 2016
बताया जा रहा है कि शरबत गुला सेहत से जुड़ी कुछ परेशानियों के अलावा हैपेटाइटिस सी से पीड़ित हैं। बचपन में अफगानिस्तान से भागने के बाद गुला ने कई दशक तक पाकिस्तान में बिताए। वहां हाल ही में उन्हें फर्जी पहचान पत्र रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 3 बच्चों की मां गुला का बेंगलुरु के एक अस्पताल में इलाज हो सकता है। 1984 में फटाग्रफर स्टीव मैककरी ने उनका एक फोटो खींचा था जिसे कई अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड मिले थे। हरी आंखों वाली शरबत गुला की तस्वीर अफगानिस्तान में शरणार्थी संकट का प्रतीक बन गई थी।