IIMC के एंट्रेस टेस्ट में मोदी सरकार के गुणगान वाले सवाल पर भड़के छात्र, वायरल हुआ पेपर

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‘स्वच्छ भारत मिशन योजना की उपलब्धियां और दिशाएं बताएं?’ ‘पिछले एक साल में भारत-चीन संबंधों की स्थिति और उसमें प्रधानमंत्री श्री मोदी का योगदान?’ ये सवाल पार्टी के किसी नेता से नहीं पूछे गए हैं, बल्कि देश के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थान आईआईएमसी (IIMC) के एंट्रेस टेस्ट में छात्रों से पूछे गए हैं। पेपर में पूछे गए सवाल चर्चा का विषय बन गया है। बता दें इस बारें कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आयी है।

यह पेपर ट्विटर पर काफी वायरल हो रहा है। आईआईएमसी संस्थान से जुड़े पुराने छात्र व अन्य पत्रकारिता के छात्र मोदी और कॉलेज प्रशासन की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना कर रहा है। खबर तो ये भी है कि एंट्रेस के अंग्रेजी पेपर में काफी गलतियां भी पाई गई हैं।

पूर्व छात्राओं ने आरोप लगाया है कि प्रश्न पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक लाभ से संबधित सवाल पूछे गए थे और पेपर में कई व्याकरण की गलतियां भी हैं। पेपर को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपनी राय दे रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों शिक्षण संस्थानों को विचारधारा का अखाड़ा बना दिया गया है। क्यों उन्हें स्वतंत्र नहीं रखा जा रहा।

बता दें कि आखिर यह विवाद क्यों खड़ा हुआ है? दरअसल हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए करवाए गए पेपर के 2 नंबर सवाल में किसी एक टॉपिक पर 250 शब्दों में टिप्पणी लिखने को कहा गया था। उसके लिए पांच टॉपिक सुझाए गए थे। इन पांच विषयों में से चार विषय में मोदी सरकार का गुणगान करने वाले विषय थे। इसलिए छात्रों का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा।

इस प्रश्न पत्र को लेकर एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि क्यों शिक्षण संस्थानों को विचारधारा का अखाड़ा बनाया जा रहा है? और आखिर इतने बेहतरीन संस्थानों को क्यों राजनीतिक लाभ के लिए नष्ट किया जा रहा है?
paperगौरतलब है कि इस साल 6500 के आस पास आवेदन आए हैं और 27 मई को एंट्रेस परीक्षा का आयोजन किया गया था। वहीं शनिवार को भारतीय जनसंचार संस्थान ने ओड़िया, मराठी, मलयालम और उर्दू पत्रकारिता में दाखिले के लिए परीक्षा आयोजित की थी।

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