असम में बाढ़ से 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, जानिए आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मानसून

IMD ने बताया कि जून में देश के 20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि 10 में सामान्य और 10 में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

0
83

असम में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है। 19 जिलों में 6.44 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बाढ़ में अब तक 35 लोगों की जान गई है। असम और अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के बाद कई नदियां उफान पर हैं। ब्रह्मपुत्र, सुबनसिरी, दिखौ, दिसांग, बुरहिदिहिंग, जिया-भराली, बेकी और कुशियारा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी से 44 सड़कों, एक पुल और छह बाध क्षतिग्रस्त हो गए।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुलाई में देशभर में 106% बारिश होगी। जून के आखिरी चार दिनों में मानसून ने जो रफ्तार पकड़ी है, उसके जुलाई में भी जारी रहने का अनुमान है। जुलाई के आखिरी में ला-नीना कंडीशन उभरने के संकेत मिल रहे हैं, जो बारिश के लिए अनुकूल साबित होंगी। वहीं जुलाई में भारी बारिश के चलते पश्चिमी हिमालयाई राज्यों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की नदियों के बेसिन में बाढ़ आने का खतरा है। हालांकि, पूर्वोत्तर राज्यों में सामान्य से कम बारिश की आशंका के चलते कम बाढ़ आने का अनुमान है।

IMD ने मंगलवार (2 जुलाई) को असम, मेघायल और उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया है। 27 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है, जिनमें पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, कर्नाटक शामिल हैं।

ये भी पढ़ें: सलमान को मारने की 25 लाख में डील हुई, 60 से 70 गुर्गों थी खान पर नजर, जानें पूरा मामला?

मौसम विभाग ने मानसून पर दी जानकारी
IMD ने बताया कि जून में देश के 20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि 10 में सामान्य और 10 में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इनमें तमिलनाडु में सामान्य से 116%, आंध्र प्रदेश में 67%, दिल्ली में 39% और तेलंगाना में 20% ज्यादा बारिश हुई है।

उत्तर-पश्चिम भारत (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली) में 33%, मध्य भारत (मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) में 14% और पूर्व (बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार) और पूर्वोत्तर भारत (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम) में 13% कम बारिश हुई है।

IMD के डेटा के अनुसार, पिछले 25 में से 20 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम (लंबी अवधि के औसत का 92% से कम) रही तो जुलाई में बारिश सामान्य (LPA 94-106%) या सामान्य से अधिक रही। 25 में से 17 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम रही, मानसूनी बारिश सामान्य या सामान्य से अधिक रही।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।