मासिक धर्म कोई ‘अपंगता’ नहीं है इसलिए पीरियड लीव की जरुरत नहीं-स्मृति ईरानी के बयान पर छिड़ी बहस

0
319

Paid Menstrual Leave: पीरियड में दर्द की छुट्टी यानी पीरियड लीव मिलनी चाहिए या नहीं? खासकर पेड पीरियड लीव (Paid Period Leave) यानी बिना पैसे काटे पीरियड की छुट्टी पर अक्सर बहस होती है लेकिन पेड पीरियड लीव दिए जाने पर सरकार क्या सोचती है?

इसपर राज्यसभा में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि मासिक धर्म कोई ‘बाधा’ अपंगता नहीं है और “पेड लीव” के लिए किसी विशिष्ट नीति की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। ईरानी राज्यसभा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्य मनोज कुमार झा द्वारा देश में मासिक धर्म स्वच्छता नीति पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बोल रही थीं।

स्मृति ईरानी ने कहा कि एक मासिक धर्म महिलाओं के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है। हमें ऐसे मुद्दों का प्रस्ताव नहीं देना चाहिए, जहां महिलाओं को समान अवसरों से वंचित किया जाता है। पिछले हफ्ते, कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए, ईरानी ने लोकसभा को बताया कि सभी कार्यस्थलों के लिए अनिवार्य मासिक धर्म अवकाश का प्रावधान करने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है।

क्या हुआ राज्यसभा में?
दरअसल, 13 दिसंबर को राज्यसभा में  राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मनोज कुमार झा स्मृति ईरानी से पेड मेन्स्ट्रुअल लीव (paid menstrual leave) पर सवाल किया था। उन्होंने कहा कि पीरियड लीव देने वाला बिहार पहला राज्य था। स्मृति ईरानी से उनका सवाल था कि रोजगार देने वालों के लिए क्या प्रावधान किए गए हैं कि वो महिला कर्मचारियों को निश्चित संख्या में अनिवार्य तौर पर पेड पीरियड लीव दें।

इसके जवाब में स्मृति ने कहा, “पीरियड और पीरियड साइकिल कोई बाधा नहीं है, यह महिलाओं के जीवन का एक हिस्सा है… यह देखते हुए कि महिलाएं आज अधिक से अधिक आर्थिक अवसरों का विकल्प चुन रही हैं। मैं इस पर सिर्फ अपना व्यक्तिगत विचार रखूंगी…हमें ऐसे मुद्दों का प्रस्ताव नहीं करना चाहिए जहां महिलाओं को समान अवसरों से वंचित किया जाता है, सिर्फ इसलिए कि जिसे पीरियड नहीं होता है, उसका पीरियड के प्रति एक खास दृष्टिकोण है।”

सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग शुरू
स्मृति के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है। कई लोगों की राय इसे सही मायने में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बता रहे हैं तो कई स्मृति ईरानी की उम्र पर कमेंट कर रहे हैं तो कुछ शारीरिक कमेंट कर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।

इस खबर पर आपकी क्या राय है कमेंट कर जरुर बताएं।


हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)


ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।