हिंसक हुआ महाराष्ट्र मराठा आरक्षण आंदोलन, NCP विधायक का घर फूंका, देखें तस्वीरें

बीड के माजलगांव में आरक्षण की मांग कर रहे लोगों ने NCP अजीत पवार गुट के विधायक प्रकाश सोलंके के घर और दफ्तर पर पत्थरबाजी की। वहीं प्रदर्शन कर रहें लोगों ने दर्जनों बाइक और कार में भी आग लगा दी है।

0
167

Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग हिंसक हो गई है। सोमवार को बीड के माजलगांव में आरक्षण की मांग कर रहे लोगों ने NCP अजीत पवार गुट के विधायक प्रकाश सोलंके के घर और दफ्तर पर पत्थरबाजी की। वहीं प्रदर्शन कर रहें लोगों ने दर्जनों बाइक और कार में भी आग लगा दी है।

घटना के बाद इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। घटना को लेकर विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि हमले के दौरान में और मेरा परिवार अपने घर के अंदर था। मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी घायल नहीं हुआ। हम सभी सुरक्षित हैं लेकिन आग के कारण संपत्ति का भारी नुकसान हुआ।

ये भी पढ़े : सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका की खारिज, बीजेपी ने ली चुटकी

दरअसल, बीते दिनों NCP विधायक प्रकाश सोलंके का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मराठा आरक्षण की मांग करने वाले नेता मनोज जारंगे के खिलाफ कुछ बोलते नजर आए थे। उनके घर और दफ्तर पर हुए हमले की वजह इसी वीडियो को बताया जा रहा है।

ये भी पढ़े : Ghaziabad Encounter : बीटेक छात्रा की मौत के हत्यारों पर बरसा यूपी पुलिस का कहर, मुठभेड़ में एक ढेर

हिंगोली के शिवसेना शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने मराठा आरक्षण के समर्थन में इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस्तीफा अभी लोकसभा अध्यक्ष तक नहीं पहुंचा है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह मुद्दा काफी पुराना है। देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री रहते मराठाओं को आरक्षण दिया था, लेकिन दुर्भाग्यवश सुप्रीम कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। हमने कमेटी बनाई है। जल्द रिपोर्ट आएगी।

ये भी पढ़े : पोते ने दादी पर लगाया झूठा इल्जाम फिर ऐसी हैवानियत पर उतरा बेटा, देखें ये VIRAL वीडियो

मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे जालना के अंतरौली में 6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। शिंदे ने कहा- मनोज जारंगे से मेरी अपील है कि हमें वो थोड़ा समय दें। सरकार को उनकी तबीयत की चिंता है। उनसे अपील है कि वो दवा-पानी लें।

शिंदे ने कहा कि हम मराठा आरक्षण के लिए दो तरीके से काम कर रहे हैं। पहला- कुनबी प्रमाणपत्र पत्र के द्वारा और दूसरा- सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटिशन के जरिए। राजस्व मंत्री को जल्द ही कुनबी प्रमाणपत्र देने का निर्देश दिया गया है। सरकार सुप्रीम कोर्ट में यह साबित करेगी कि मराठा समाज पिछड़ा कैसे है।

रविवार (29 अक्टूबर) को महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में 11 दिनों में 13 लोग सुसाइड कर चुके हैं। बीड जिले के परली तालुका के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी। मृतक की पहचान गंगाभीषण रामराव के रूप में हुई है।

ये भी पढ़े : अमेरिका में सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर3’ के पहले दिन की बुकिंग ने उड़ाया गर्दा

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।