कॉटन बड्स पर लगी रोक, समुद्रों में बढ़ा इससे 50% तक प्लास्टिक कचरा

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लंदन: इंग्लैंड की संसद ने एक प्रस्ताव पारित कर देशभर में पर्सनल केयर प्रोडक्ट में प्लास्टिक के इस्तेमाल को बैन करने का फैसला किया है। इसमें खासतौर पर कॉटन बड्स को बैन किया जाएगा। कान साफ करने के लिए इस्तेमाल होने वाले कॉटन बड्स में प्लास्टिक की एक पलती स्टिक के दोनों ओर कॉटन लिपटा होता है। इस्तेमाल के बाद ये कॉटन बड्स सीवेज से होते हुए सीधा समुद्र में जा मिलते हैं।

इस साल की शुरुआत में हुए शोध में पता चला था कि दुनिया भर के समुद्रों का 50% प्लास्टिक कचरा इन्हीं कॉटन बड्स या पर्सनल केयर प्रोडक्ट में इस्तेमाल प्लास्टिक से पैदा हो रहा है। यूं तो समुद्र में सभी पर्सनल केयर प्रोडक्ट से निकलने वाला प्लास्टिक मिलता है, लेकिन सबसे ज्यादा करीब 50% कॉटन बड्स का। इसका कारण है कि कॉटन बड्स छोटे और पतले होते हैं। ये सीवेज के फिल्टर से भी पास हो जाते हैं और समुद्र में जा मिलते हैं।

इंग्लैंड के अलावा न्यूजीलैंड और इटली भी कॉटन बड्स को बैन करने की तैयारी शुरू कर चुके हैं। दोनों देश इस संबंध में गाइडलाइन बना चुके हैं। दोनों जगह 1 जनवरी 2018 से प्लास्टिक लगे कॉटन बड्स की बिक्री को धीरे-धीरे पॉलिसी बनाकर खत्म किया जाएगा। न्यूजीलैंड ने इस काम को पूरा करने के लिए 2020 की डेडलाइन रखी है। वहीं इटली का दावा है कि वो प्लास्टिक युक्त पर्सनल केयर प्रोडक्ट के इस्तेमाल पर पूरी तरह लगाम लगाने वाला वह दुनिया का पहला देश बनेगा।

इटली 2019 की शुरुआत तक ही ये काम पूरा करने की योजना बना रहा है। दुनिया के 38 देशों के 93 एनजीओ समुद्रों या अन्य वॉटर सोर्स में घुलने वाली प्लास्टिक के खिलाफ काम कर रहे हैं। तमाम जागरुकता अभियानों की वजह से 119 कंपनियों के 448 ब्रांड ने अपने पर्सनल केयर प्रोडक्ट में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करने या कम कर दिया है।
हर साल दुनिया भर के समुद्रों में 14 लाख टन प्लास्टिक मिल रहा 
यूकेनेशनल रिसोर्स डिफेंस काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक- हर साल दुनिया भर के समुद्रों में 14 लाख टन प्लास्टिक मिल रहा है। सिर्फ इंग्लैंड के ही समुद्रों में 50 लाख करोड़ प्लास्टिक मिला है। ये बारीक पार्टिकल कॉटन बड्स जैसे पर्सनल केयर प्रोडक्ट के जरिए ही समुद्र में मिलते हैं। इन पार्टिकल का वजन करीब 3 लाख टन है। ये समुद्र की सतह को वजनी बनाकर इसका तापमान बढ़ा रहे हैं। इसके बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आठ यूरोपीय देशों में जल्द प्लास्टिक कॉटन बड्स की बिक्री बंद करने का ऐलान कर दिया था।

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