करवा चौथ 2018: इस बार सुहागिनें नहीं कर पाएंगी व्रत का उद्यापन, जानिए क्या है वजह

इस बार शुक्र अस्त 16 अक्टूबर को 5 बजकर 53 मिनट पर पश्चिम में होगा। इस दिन महिलाएं बगैर कुछ खाए-पीए शाम को चंद्रदर्शन के साथ अपना व्रत तोड़ती हैं

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नई दिल्ली: शरादीय नवरात्रों के समाप्ति के बाद आज दशहरा है और कुछ दिन बाद यानी 27 अक्टूबर को सुहागिनों का बेहद खास त्यौहार करवाचौथ मनाया जाएगा। इस बार खबर है कि सुहागिनें अपने करवा चौथ के व्रत का उद्यापन नहीं कर पाएंगी। दरअसल इस बार करवा चौथ के दौरान शुक्र अस्त रहेगा।

शुक्र अस्त के दौरान सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं। इस बार शुक्र अस्त 16 अक्टूबर को 5 बजकर 53 मिनट पर पश्चिम में होगा। इस दिन महिलाएं बगैर कुछ खाए-पीए शाम को चंद्रदर्शन के साथ अपना व्रत तोड़ती हैं और इसबार ऐसा नहीं होगा।

करवा चौथ क्या है-
इस दिन महिलाएं निर्जल व्रत रखती है ताकि करवा माता उनके पति की लंबी आयु दे। करवा चौथ को लेकर कई कहानियां हैं। एक कहानी महारानी वीरवती को लेकर है। सात भाइयों की अकेली बहन थी वीरवती। घर में उसे भाइयों से बहुत प्यार मिलता था। उसने पहली बार करवा चौथ का व्रत अपने मायके यानी पिता के घर रखा। सुबह से बहन को भूखा देख भाई दुखी हो गए। उन्होंने पीपल के पेड़ में एक अक्स बनाया, जिससे लगता था कि चंद्रमा उदय हो रहा है।वीरवती ने उसे चंद्रमा समझा। उसने व्रत तोड़ दिया। जैसे ही खाने का पहला कौर मुंह में रखा, उसे नौकर से संदेश मिला कि पति की मौत हो गई है। वीरवती रात भर रोती रही। उसके सामने देवी प्रकट हुईं और दुख की वजह पूछी। देवी ने उससे फिर व्रत रखने को कहा। वीरवती ने व्रत रखा। उसकी तपस्या से खुश होकर यमराज ने उसके पति को जीवित कर दिया।

करवा चौथ कैसे रखें-
इस दिन में शिव, पार्वती और कार्तिक की पूजा की जाती है। शाम को देवी की पूजा होती है, जिसमें पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है। मिट्टी के पात्र में चावल, उड़द की दाल, सुहाग की सामग्री, जैसे- सिंदूर, चूडियां, शीशा, कंघी, रिबन और रुपया रखकर उम्र में किसी बड़ी सुहागिन महिला या अपनी सास के पांव छूकर उन्हें भेंट करनी चाहिए। चंद्रमा दिखने पर महिलाएं छलनी से पति और चंद्रमा की छवि देखती हैं। पति इसके बाद पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तुड़वाता है। हालांकि आजकल महिलाएं सुबह-सुबह उठकर सर्गी कर लेती है लेकिन आज भी कुछ महिलाएं इसे पूरे विधि विधान के साथ रखती हैं।

बता दें ज्योतिषों द्वारा करवा चौथ व्रत पूजा के दो शुभ मुहूर्त बताएं गए हैं।
27 अक्‍टूबर 2018, शनिवार- शाम 5.36 से 6.54 तक।
27 अक्‍टूबर 2018, शनिवार- चंद्रोदय रात 8 बजे।

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