कानपुर में एक बार फिर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई। अनवर-कासगंज रूट पर रविवार देर शाम यह घटना हुई। कालिंदी एक्सप्रेस (Kalindi Express) ट्रैक पर रखे सिलेंडर से टकरा गई। सिलेंडर फटा नहीं और ट्रेन से टकराकर ट्रैक के किनारे गिर गया। ट्रैक से सिलेंडर के अलावा, बोतल में पेट्रोल, माचिस, एक मिठाई का डिब्बा और झोला मिला है। झोले में बारूद जैसा पदार्थ पाया गया। RPF ने कहा कि आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता।
कालिंदी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने तुरंत सीनियर अफसर को सूचना दी। घटना के बाद RPF, GRP और रेलवे के सीनियर अफसरों ने जांच की। सोमवार सुबह IB, STF, ATS और NIA ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। आतंकी साजिश की अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
एक महीने में तीन हादसे
23 दिन के भीतर तीसरी साजिश की आशंका को देखते हुए एनआइए, एटीएस और आइबी की टीमें जांच में जुट गई हैं। एटीएस व आइबी रात को ही पहुंच गई थी, जबकि एनआइए की टीम ने सुबह मौके पर जाकर परीक्षण किया। एटीएस के आइजी नीलाब्जा चौधरी ने भी मौके पर जांच की।
ससे पहले झांसी रेलमार्ग पर साबरमती एक्सप्रेस 16 अगस्त को डिरेल हुई थी। इंजन से पटरी का टुकड़ा टकराया था। अब तक की जांच में संकेत मिले हैं कि पटरी का टुकड़ा ट्रैक से बांधा गया था। इसके बाद फर्रूखाबाद में सवारी ट्रेन पलटाने के लिए पटरी पर लकड़ी का बोटा रखा गया।
लेटेस्ट खबरों के लिए व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े, यहां लिंक पर क्लिक करें…
6 संदिग्धों से पूछताछ जारी
6 संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। पुलिस ने इलाके के जमातियों को भी रडार पर लिया है। जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया है। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया- पास में एक मजार है वहां देशभर से जमाती आते हैं। आस-पास से आने वाले जमातियों की भी जांच की जा रही है। कहां-कहां से जमाती आए हैं और कहां ठहरे हैं, इसकी भी पड़ताल की जा रही।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।