जिउतिया स्नान पर बिहार (bihar jitiya vrat) में बड़ा हादसा हो गया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बिहार के अलग-अलग जिलों में करीब 50 लोगों की गंगा में डूबने की खबर है, इनमें से 40 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। अकेले औरंगाबाद में तालाब में नहाते समय 10 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा चंपारण, सारण, सीवान, पटना, रोहतास, अरवल, कैमूर में भी हादसे हुए हैं। इन हादसों पर बिहार सरकार ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश ने हादसों में सात बच्चों की मौत पर दुःख जताते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। बिहार के 14 जिलों में जिउतिया स्नान के दौरान पानी में डूबने की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें औरंगाबाद में सबसे ज्यादा 10 मौते हुई हैं।
इसके अलावा छपरा में 5, रोहतास में 4, कैमूर, सीवान और मोतिहारी में 3-3 लोगों की मौत हुई है। बेतिया और बेगुसराय में 2 लोगों की डूबने से मौत हो गई। गोपालगंज, भोजपुर, नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अरवल में 1-1 शख्स की मौत की खबर है।
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पटना में 5 मौत
राजधानी पटना में जितिया पर्व के दौरान 4 महिला समेत पांच लोगों की डूबने से मौत हुई है। बिहटा के अमनाबाद हलकोरिया चक गांव में चार युवतियां सोन नदी में डूब गईं। वहीं एक युवती का शव बरामद किया गया। जानकारी के अनुसार बुधवार की देर शाम चार युवतियां नदी में स्नान करने के लिए गई थीं। पानी के तेज बहाव में पैर फिसला और सभी नदी में डूब गईं।
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