टेक डेस्क: स्मार्टफोन की सेफ्टी के लिए मोबाइल में एंटी वायरस एप होना बहुत जरूरी है। लेकिन ऑस्ट्रिया की एंटीवायरस कंपनी एवी कंपेरेटिव्स की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि गूगल प्लेस्टोर पर एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए उपलब्ध एंटीवायरस एप्स में से दो तिहाई से ज्यादा एप काम के नहीं हैं और उनपर भरोसा नहीं किया जा सकता।
एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए गूगल एप पर मौजूद करीब 250 एंटीवायरस को स्टडी करने पर कंपनी ने पाया कि इनमें से 80 एप ही एक मालवेयर डिटेक्टिंग टेस्ट को पास कर पाई। पास हुई ऐप्स ने 2000 खतरनाक एप्स में से कम से कम 30% से ज्यादा को डिटेक्ट किया था। इन 80 एप्स में से भी ज्यादातर बिना किसी कारण भी वॉर्निंग देती हुई देखी गई। स्टडी में शामिल 250 एप में से सिर्फ 23 एप ऐसे निकले जिन्होंने मालवेयर को शत प्रतिशत डिटेक्ट किया।
इस रिपोर्ट के बाद, रिसर्चर्स का कहना है कि यूजर्स को एप की रेटिंग देखकर उसके अच्छे होने का अंदाजा नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि कई बार ऐप पर रेटिंग फेक होती है। इसलिए एप की रेटिंग, रिव्यू या डाउनलोड नंबर को देखकर एप के सही होने का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। रिसर्चर्स ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे जानी-पहचानी और नामी कंपनी के ऐप ही इस्तेमाल करें।
कंपनी द्वारा टेस्ट किए गए एप्स की लिस्ट में अवास्ट, एवीजी, चीता मोबाइल, डीयू टेस्टर, बिटडिफेंडर, मैकफी और गूगल प्ले प्रोटेक्ट जैसे नाम भी शामिल हैं। कंपनी ने कोई इम्युलेटर इस्तेमाल करने की बजाय स्टडी के लिए सिलेक्टेड 250 एप्स को मैन्युअली टेस्ट किया। मजेदार बात यह कि कुछ ऐप्स ने खुद को ही फोन के लिए खतरे वाले ऐप की तरह शो किया। इसलिए कंपनी ने साफतौर से स्मार्टफोन यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है कि ऐसे कोई ऐप डाउनलोड ना करें जो एक नामी कंपनी से जुड़े ना हो।
ये भी पढ़ें:
यहां रंगों से होली खेलने पर करनी पड़ती है शादी, देखें इस अनोखी प्रथा की तस्वीरें
पाक पर मिसाइल हमला करने की तैयारी में था भारत, इन देशों ने करवाया शांत, रिपोर्ट में खुलासा पढ़ें
कश्मीर घाटी में शुरू की गई लड़ाई कभी खत्म नहीं होगी, मसूद अजहर ने लेख में किए कई खुलासे
देशभक्ति से भर देगा Kesari का का नया गाना ‘तेरी मिट्टी’, देखें Video
12वीं के बाद ये बन सकते है बेहतरीन करियर ऑप्शन
ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं