यूपी-बिहार तक छा गया ‘रहमदिल दरोगा’, क्या आपने फेसबुक पर शेयर किया

छा गया मथुरा का 'रहमदिल दरोगा

0
470

मथुरा: खाकी को बदनाम करने वालों के लिए यह प्रेरणा है। यह मामला है मथुरा कैंट रेलवे स्टेशन का जहां एक महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी और आसपास के लोग तमाशबीन बनकर देखने में लगे थे। वहीं एक पुलिस वाले ने रहमदिल दिखाते हुए बिना वक्त बर्बाद किए महिला को उठाकर ई-रिक्शे में बैठाया और तुरंत इलाज के लिए अस्पताल लेकर चले गए।

हालांकि, डॉक्टरों ने पीड़िता को इलाज के लिए महिला अस्पताल ले जाने को कह दिया। पीड़ित को ले जाने के लिए मौके पर कोई स्ट्रेचर नहीं था, जिसके बाद एकबार फिर दरोगा ने महिला को गोद में उठाया और अस्पताल तक पहुंचाया। हॉस्पिटल में इलाज के बाद प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया। दोनों की स्थिति बिलकुल ठीक बताई जा रही है।

तभी से यूपी पुलिस के इस दरोगा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है, लोग जमकर तारीफ करने में लगे हैं। महिला का नाम भावना है और वह फरीदाबाद की रहने वाली हैं। शुक्रवार को अपने पति महेश के साथ वह हाथरस से फरीदाबाद जा रही थीं कि तभी उन्हें अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। महेश ने बताया कि हम मथुरा कैंट स्टेशन उतरे। हम वहां नए थे, हमने कई लोगों से मदद मांगी मगर कोई नहीं रुका।

कौन है ये सुपरहीरो दरोगा-
मदद करने वाला सुपरहीरो दरोगा दरअसल, हाथरस जनपद में तैनात उपनिरीक्षक सोनू कुमार है। जो कि किसी मामले को लेकर मथुरा न्यायालय आ रहे थे। स्टेशन पर उतरने के बाद उन्होंने जब यह वाकया देखा, जिसके बाद उन्होंने  ऐम्बुलेंस बुलाने के लिए फोन किया। सोनू कुमार ने कहा कि महिला की हालत को देखते हुए 108 और 102 पर फोन किया लेकिन ऐम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हुई। यही नहीं, जिला अस्पताल में स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं था।

पुलिस के इस रूप को जिसने भी देखा उसने सराहा। सोनू कुमार से जब कुछ पत्रकारों ने बात की तो उन्होंने कहा, अगर लोग थोड़ा रहमदिल हो जाए तो देश में बड़ा बदलाव खुद-ब-खुद आ जाएगा। फिलहाल उन्होंने कहा कि सरकार को स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए।

ये भी पढ़ें:

रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए यहां किल्क कीजिए

ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं