बलात्कार या अन्य अपराध के मामलों में आपने कई हिन्दुस्तानी बाबाओं की कहानी सुनी होगी लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे बाबा की चर्चा जोरों पर है जिसने अपना एक अलग मुल्क ही बना डाला। खबरों के अनुसार, बाबा को देश की पुलिस ने क्या खदेड़ा बाबा ने सीधे एक नया देश ही खरीद लिया। ये मजाक नहीं है। यौन शोषण के इल्जाम से घिरे इन बाबा ने भारत से भाग कर करीब 16 हजार किलोमीटर दूर एक नया देश बनाने की घोषणा की है। इस नए देश के लिए पासपोर्ट से लेकर देश के संविधान और कानून की भी रूपरेखा तय हो गई है।
दरअसल, ये पूरी कहानी दुनियाभर में मशहूर हुए स्वामी नित्यानंद की है। जोकि लैटिन अमेरिकी देश इक्वॉडोर के नजदीक एक टापू को खरीद कर उसे नया देश घोषित कर दिया है और नाम रखा है कैलासा। हालांकि इस खबर से जुड़ी पुख्ता सूचना हमें नहीं मिली है। लेकिन कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक ये धरती का सबसे महान हिंदू राष्ट्र है और दुनिया के उन तमाम हिंदुओं का स्वागत करता है जो यहां आना चाहें।
फिर चाहे वो किसी भी नस्ल, लिंग, संप्रदाय या जाति से हों। उन्हें एक सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराई जाएगी। जिस नित्यानंद पर साध्वी का यौन शोषण करने और मासूमों को बंधक बनाकर प्रताड़ित करने का आरोप है वो यहां हिंदुओं को एक ऐसा देश देने का दावा कर रहा है।
जहां शांति होगी और बिना किसी तरह की हिंसा या दखलंदाजी के हिंदुओं को अपनी संस्कृति और कला का पालन करने का मौका मिलेगा। बिना किसी रोक-टोक के अपनी आध्यात्मिकता का इजहार कर सकेंग। अब सवाल ये कि आखिर हिंदुस्तान के इस भगोड़े आरोपी ने अपना अलग देश क्यों बना लिया। इसके पीछे बाबा का मकसद क्या है। खैर अभी तक इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है लेकिन ये खबर चर्चा का विषय जरूर बनी हुई है।
हिंदू चलाएंगे अपनी सरकार-
वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, दुनियाभर में प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं को शरण देने के लिए कैलासा राष्ट्र बनाया है। यहां हिंदुओं की अपनी सरकार होगी। अपनी कैबिनेट होगी। इनके विभाग भी बांट दिए गए हैं। ये ही नहीं डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट, डिपार्टमेंट ऑफ टेक्नॉलजी, डिपार्टमेंट ऑफ एनलाइटेंड सिविलाइजेशन, डिपार्टमेंट ऑफ ह्युमन सर्विसेज और डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स जैसे विभाग वहां बनाए जाएंगे।
ऐसी होगी हिंदू देश की जीवनशैली-
भारत से नित्यानंद के हिंदू राष्ट्र की दूरी करीब 16000 किलोमीटर या उससे मानी जा रही है। लैटिन अमेरिकी देश इक्वाडोर के नज़दीक कैलासा राष्ट्र की मुख्य भाषाएं अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल हैं। कैलासा की अर्थव्यवस्था कैसे चलेगी इसका भी मॉडल तैयार किया गया है। कैलासा का एक मकसद मंदिर आधारित जीवनशैली को फिर से व्यवहार में लाना है।