कास्त्रो परिवार 58 साल बाद सत्ता से बाहर, अब ये होंगे नए राष्ट्रपति

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हवाना: क्यूबा में छह दशक से चले आ रहे कास्त्रो युग का अंत हो गया है। गुरुवार को क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने इस्तीफा दे दिया। कास्त्रो का स्थान उप-राष्ट्रपति मिगेल डियाज कनेल लेंगे। गुरुवार को क्यूबा की नेशनल असेंबली ने कनेल के नामांकन पर मतदान किया। इसमें उनका राष्ट्रपति बनना पक्का माना जा रहा है।

57 साल के कनेल कम्युनिस्ट पार्टी के सर्वोच्च नेताओं में से एक हैं। वह साल 2013 में पहली बार देश के उपराष्ट्रपति बने थे। क्यूबा में 1959 की क्रांति के बाद कनेल देश के पहले ऐसे नेता हैं, जो कास्त्रो परिवार से तालुक नहीं रखते हैं। इससे पहले फिदेल कास्त्रो और उनके बाद छोटे भाई राउल कास्त्रो ने ही देश की सत्ता संभाली है। 86 साल के राउल 2006 में देश के राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने बड़े भाई फिदेल की बीमारी की वजह से पद संभाला था।


राउल कास्त्रो कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे 
राउल कास्त्रो राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी साम्यवादी क्यूबा की राजनीति में प्रभावशाली व्यक्ति बने रहेंगे। वे 2021 में कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन होने तक पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे। इसलिए कहा जा रहा है कि क्यूबा की वास्तविक सत्ता कास्त्रो के हाथ में ही रहेगी। क्यूबा में पिछले महीने मार्च में नेशनल असेंबली के लिए चुनाव हुए थे। इसमें सभी 605 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे।

अर्थव्यवस्था को मंदी से उबारना और बदलाव लाना 
क्यूबा के नए राष्ट्रपति कनेल के सामने कई चुनौतियां होंगी। क्यूबा की अर्थव्यवस्था लंबे समय से थमी हुई है और देश की युवा आबादी बदलाव चाहती है। उसके सबसे अहम सहयोगी देश वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था भी धराशाई हो चुकी है। इसके चलते कनेल के सामने अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने की भी चुनौती है। आने वाले समय में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से उनके रिश्ते भी काफी अहम साबित होंगे।

नेशनल असेंबली के 605 सदस्य चुनते हैं राष्ट्रपति 
क्यूबा की नेशनल असेंबली को आम तौर पर रबर स्टांप की तरह माना जाता है। गुरुवार से नेशनल असेंबली की नवनिर्वाचित 605 सदस्यों के शपथग्रहण के लिए बैठक शुरू हुई। असेंबली ही देश की सत्ता संभालने वाली राष्ट्रीय परिषद को तय करती है। इसी परिषद का अध्यक्ष देश का राष्ट्रपति होता है। क्यूबा कहता रहा है कि उसकी चुनावी प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष है, पर विश्लेषक सवाल उठाते रहे हैं।

राउल कास्त्रो के दाहिने हाथ कहे जाते हैं कनेल
नए राष्ट्रपति मिगेल डियाज कनेल का जन्म अप्रैल 1960 में हुआ था। इससे एक साल पहले ही युवा फिदेल कास्त्रो देश के प्रधानमंत्री बने थे। कनेल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वो युवावस्था से ही राजनीति से जुड़े रहे हैं। कनेल 2013 में जब उपराष्ट्रपति बने थे, तब वो कोई बहुत चर्चित नाम नहीं थे। पर उसके बाद से वो कास्त्रो का दाहिना हाथ बन गए थे। उन्हें पिछले 5 साल से राष्ट्रपति के लिए तैयार किया जा रहा था।

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