किसान आंदोलन का 11वां दिन अबतक 7 जान गईं, NSA का फैसला वापस लिया

किसानों के इस आंदोलन से राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, बलबीर राजेवाल, हरिंदर सिंह लक्खोवाल समेत अन्य बड़े किसान नेताओं ने दूरी बनाई हुई है।

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Farmers Protest News: पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभकरण की मौत के विरोध में किसान शुक्रवार को देशभर में ब्लैक डे मना रहे हैं। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि आंदोलन के दौरान एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हुई है। उनका नाम दर्शन सिंह है। इसके साथ किसान आंदोलन में अबतक 7 मौते हो चुकी है। किसान की मौत की सूचना मिलने के बाद सरवन पंधेर रजिंदरा अस्पताल पहुंचे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है।

वहीं, हरियाणा पुलिस ने आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई का फैसला वापस ले लिया है। अंबाला रेंज के IG सिबाश कबिराज ने शुक्रवार 23 फरवरी को यह जानकारी दी। इससे पहले, गुरुवार को अंबाला पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आंदोलनकारी किसान नेताओं से की जाएगी। इसके लिए उनकी संपत्ति कुर्क और बैंक खाते सीज किए जाएंगे।

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इस बारे में अंबाला रेंज के IG सिबाश कबिराज ने जानकारी देते हुए कहा- ”सभी संबंधित पक्षों को यह स्पष्ट किया जाता है कि अंबाला के कुछ किसान नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के मामले पर पुनर्विचार किया गया है और यह निर्णय लिया गया है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा।” IG ने आगे कहा- ”हरियाणा पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का अनुरोध करती है।”

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दूसरी तरफ ये खबर आई है कि किसानों के इस आंदोलन से राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, बलबीर राजेवाल, हरिंदर सिंह लक्खोवाल समेत अन्य बड़े किसान नेताओं ने दूरी बनाई हुई है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि वह शंभू और खनौरी बॉर्डर पर नहीं जाएंगे। वह अपना अलग प्रदर्शन करेंगे। बलबीर राजेवाल का कहना है कि जगजीत डल्लेवाल ने खुद ही दिल्ली जाने का ऐलान किया। अगर हम वहां गए तो फिर कहीं ये न कहा जाए कि उनका आंदोलन खराब करने आ गए।

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