खुलासा: एपल-सैमसंग जैसी 60 कंपनियों के साथ फेसबुक ने किया डाटा बेचने का सौदा

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वाशिंगटन: फेसबुक यूजर्स के डेटा की प्राइवेसी से जुड़े एक और विवाद में फंस गया है। फेसबुक की एपल, सैमसंग, ब्लैकबेरी, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी 60 मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों के साथ डेटा-शेयरिंग पार्टनरशिप है। इन कंपनियों को फेसबुक यूजर्स और फ्रेंड लिस्ट में शामिल लाेगों के निजी डेटा तक पहुंचने की छूट है। पिछले एक दशक के दौरान हुई डील्स का खुलासा अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने किया है।

कैंब्रिज एनालिटिका विवाद के बाद फेसबुक ने अप्रैल से यह समझौते खत्म करने शुरू कर दिए हैं। हालांकि, अभी सिर्फ 22 समझौते ही खत्म हुए हैं। बाकी अभी प्रभावी हैं। रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनियों के साथ समझौतों ने फेसबुक को मौजूदा हैसियत तक पहुंचने में मदद की।

इनसे हैंडसेट निर्माताओं को छूट मिली कि वह कस्टमर्स को सोशल नेटवर्क साइट के मैसेजिंग, लाइक बटन और एड्रेस बुक जैसे फीचर्स आॅफर करे। उल्लेखनीय है कि गत मार्च में कैंब्रिज एनालिटिका के जरिये 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर्स के डेटा के गलत इस्तेमाल का भी खुलासा हुआ था।

फेसबुक का फ्रॉड: थर्ड पार्टी को डेटा नहीं देने की घोषणा के बावजूद समझौते जारी
-यह समझौते फेसबुक द्वारा 2011 में अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन के साथ किए निजता सुरक्षा और अनुपालन आदेश को लेकर चिंताएं खड़ी करते हैं।
-कैंब्रिज एनालिटिका विवाद के बाद फेसबुक ने कहा था कि 2015 से डेवलपर्स यूजर्स के फ्रेंड्स का डेटा नहीं पा सकते। हालांकि, कंपनी ने फोन, टैबलेट और बाकी हार्डवेयर निर्माताओं को इससे छूट जारी रखी।
-फेसबुक हैंडसेट निर्माता पार्टनर्स को थर्ड पार्टी नहीं, बल्कि अपनी एक्सटेंशन मानता है।
-कंपनियां यूजर्स के उन फ्रेंड्स का डेटा भी हासिल कर सकती हैं, जिन्होंने थर्ड पार्टी के साथ सूचनाएं शेयर करने की फेसबुक को इजाजत नहीं दे रखी है।

facebookफेसबुक ने कहा- निजता को कोई खतरा नहीं
फेसबुक अधिकारियों ने कहा कि 2004 में स्थापित फेसबुक ने जब यह समझौते किए, उस दौरान स्मार्टफोन पर एप इतने व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं थे। डेटा शेयरिंग एग्रीमेंट प्राइवेसी पॉलिसी, एफटीसी एग्रीमेंट और यूजर्स के प्रति प्रतिबद्धता के अनुसार है। फेसबुक के वाइस प्रेसीडेंट इमे आर्जिबांग ने कहा कि एप बनाने वाले जिस तरह हमारे प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हैं, उसके हिसाब से यह पाटर्नरशिप बहुत अलग तरह से काम करती हैं। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि फेसबुक यूजर्स को गेम्स और सर्विसेज मुहैया करवाने वाले डेवलपर्स से इतर मोबाइल हैंडसेट पार्टनर सिर्फ फेसबुक अनुभव के वर्जन मुहैया करवाने के लिए ही फेसबुक डेटा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आप सोच सकते हैं कि फेसबुक और हैंडसेट निर्माता कंपनियां भरोसेमंद हैं। लेकिन आपके हैंडसेट पर लगातार ज्यादा से ज्यादा डेटा जमा होता रहता है। अगर हैंडसेट पर मौजूद कोई एप उस डेटा तक पहुंच सकती है तो यह प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए गंभीर जोखिम है। –सर्ज ईगलमेन, प्राइवेसी रिसर्चर, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया

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