नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली पर आतंकी हमले को लेकर बुधवार को रेड अलर्ट जारी किया गया। त्योहारी मौसम का फायदा उठाकर आतंकी राजधानी को दहलाने की फिराक में हैं। खुफिया जानकारी मिली है कि दिल्ली में तीन-चार कट्टर आतंकी मौजूद हैं। सूत्रों के अनुसार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती (फिदायीन) आतंकी पिछले हफ्ते शहर पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि यह आतंकी जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निष्प्रभावी करने का बदला लेना चाहते हैं। राजधानी में मौजूद आतंकियों में कम से कम दो पाकिस्तानी आतंकी है। रात के नौ बजे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और खुफिया एजेंसियों ने शहर के नौ स्थानों पर छापेमारी की। दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
खुफिया रिपोर्ट्स सामने आईं
- गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में मुताबिक, 3000 पाकिस्तानी नागरिकों को एलओसी लांघने को तैयार किया गया है। सर्दी शुरू होने से पहले पाकिस्तान उन्हें एलओसी पार कराना चाहता है। आईबी के मुताबिक, एलओसी पर 32 पाक चौकियों पर आतंकी जमे हुए हैं। वे पाक सेना के संरक्षण में हैं, इसलिए बार-बार फायरिंग हो रही है।
- पंजाब में ड्रोन से हथियार भेजने पर एजेंसियों ने बताया है कि ये हथियार गैंगस्टर्स को भेजे गए हैं। खालिस्तानी मूवमेंट के लोगों को पाक से फंडिंग की जा रही है। अमृतसर एयरपोर्ट को सेना के हवाले कर दिया है। ड्रोन से हथियार भेजने की जांच एनआईए को सौंपी गई है। पंजाब पुलिस ने मंगलवार रात खालिस्तानी आतंकी साजनप्रीत सिंह बिट्टा को पकड़ा था। वह पाकिस्तान में बैठे आतंकी रणजीत सिंह बिट्टा के संपर्क में था।
छापेमारी सीलमपुर और उत्तर पूर्वी दिल्ली के दो स्थानों, जामिया नगर और सेंट्रल दिल्ली के पहाड़गंज स्थित दो जगहों पर की गई। आपको बता दें, पांच अगस्त के बाद से ही जैश अपने फिदायीन हमलावरों को सीमापार से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजने की कोशिश कर रहा है। उच्च खुफिया अधिकारी ने बताया कि इस ऑपरेशन को मौलाना मसूद अजहर और उसका बेटा संचालित कर रहे हैं।