लद्दाख से करीब 700 किमी की पदयात्रा करके दिल्ली पहुंचे क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) समेत 120 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने सिंघू बॉर्डर पर हिरासत में लिया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है। वहीं, इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बयान दिया है।
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “सोनम वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।”
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 5 अक्टूबर तक धारा 163 (जो पहले सीआरपीसी की धारा 144 थी) लागू है। ऐसे में मार्च कर रहे सभी लोगों को वापस जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब वे नहीं रुके, तो बॉर्डर पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने 120 लोगों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए सभी लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा पर स्थित अन्य पुलिस थानों में ले जाया गया है। वांगचुक और अन्य लोग बॉर्डर पर रात बिताना चाहते थे।
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क्या है सोनम वांगचुक की मांग
सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य बनाने, स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण, लेह और कारगिल के लिए एक-एक संसदीय सीट और संविधान की छठी अनुसूची लागू करने की मांग को लेकर काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी साल मार्च में सोनम ने 21 दिन की भूख हड़ताल की थी। भूख हड़ताल खत्म करने के बाद सोनम वांगचुक ने कहा था- ये आंदोलन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। अपनी मांगों को लेकर हमें जब तक आंदोलन करना पड़े, हम करेंगे।
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क्यों निकले पैदल मार्च
सोनम वांगचुक ने अपने समर्थकों के साथ 1 सितंबर को लेह से नई दिल्ली तक पैदल मार्च की शुरुआत की। उनका दिल्ली आने का मकसद केंद्र से उनकी मांगों के बारे में लद्दाख के नेतृत्व के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह करना है। 14 सितंबर को जब वांगचुक की पदयात्रा हिमाचल प्रदेश पहुंची थी, तब उन्होंने कहा था कि हम सरकार को पांच साल पहले किए गए वादे को पूरा करने की याद दिलाने के मिशन पर हैं।
I AM BEING DETAINED…
along with 150 padyatris
at Delhi Border, by a police force of 100s some say 1,000.
Many elderly men & women in their 80s and few dozen Army veterans…
Our fate is unknown.
We were on a most peaceful march to Bapu’s Samadhi… in the largest democracy… pic.twitter.com/iPZOJE5uuM— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) September 30, 2024
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