वॉशिंगटन: अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए की अप्रैल 1968 की एक रिपोर्ट के 9 लाख 30 हजार दस्तावेजों को हाल ही में ऑनलाइन किया गया है। इनमें बताया गया है कि लद्दाख, सिक्किम, भूटान और नेपाल में उन दिनों छह बार UFOs (अनआईडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स) दिखाई दिए थे।
- 25 मार्च 1968 को रात में नेपाल के कास्की में चमकदार ऑब्जेक्ट दिखाई दिया। इसमें लाइट जलती और बुझती थी।
- रिपोर्ट में कहा गया, “एक बड़ी सी मैटेलिक तश्तरीनुमा चीज पोखारा से 4 मील नॉर्थ-ईस्ट में बाल्तीचौर में नजर आई। इसका बेस करीब 6 फीट और हाइट 4 फीट थी।”
लद्दाख में 2 बार दिखा यूएफओ
- रिपोर्ट में बताया गया है, “4 मार्च 1968 को दोपहर में 1 बजे लद्दाख के चांग्ला, फुक्चे और कोयुल में एक चमकदार ऑब्जेक्ट नजर आया। यह ईस्ट से वेस्ट की तरफ जा रहा था।”
- “एक व्हाइट रोशनी साथ ही दो धमाकों की आवाज सुनाई दीं। व्हाइट धुएं के साथ रेड रोशनी नजर आई।”
- रिपोर्ट में बताया गया है कि लद्दाख में ही 25 मार्च 1968 को दूसरी बार यूएफओ दिखाई दिया।
- 25 मार्च को जो ऑब्जेक्ट नजर आया वह देमचॉक की ओर जा रहा था। इसमें रॉकेट की तरह व्हाइट-यलो रोशनी नजर आ रही थी।
- यह आब्जेक्ट 20000 से 25000 फीट की ऊंचाई पर था।
सिक्कम-नेपाल
- 19 फरवरी 1968 को नॉर्थ-ईस्ट नेपाल और नॉर्थ सिक्कम में रात 9 बजे रफ्तार के साथ जाता हुआ एक चमकदार ऑब्जेक्ट नजर आया।
- यह सिक्किम के लाचुंग, लाचेन, थांगु, मुगुथांग और छोलामु में दिखाई दिया।
- यह इतना चमकदार था कि इलाके में रात में भी रोशनी हो गई थी। छोलामू में जब यह नजर आया तो तूफान जैसी आवाज सुनाई दी थी।
भूटान में यूएफओ दिखा
- इनके अलावा 21 फरवरी 1968 को रात 9.30 बजे भूटान की राजधानी थिंपू में ब्लू कलर की रोशनी वाला ऑब्जेक्ट दिखाई दिया।
- यह बगैर आवाज किए तेजी से जा रहा था। इसमें लाइट इतनी ज्यादा थी कि पूरे इलाके में रोशनी हो गई थी।
- इसमें यह भी नहीं बताया गया कि नेपाल के कास्की में नजर आए ऑब्जेक्ट में धमाका हुआ तो इसके बाद उसका क्या हुआ।