Video: बिपिन रावत का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश, 11 लोगों के शव मिले, जानें कौन-कौन थे सवार

0
744

नई दिल्ली: सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य सात लोगों को लेकर जा रहे Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। यह हादसा तमिलनाडु के कून्नूर में हुआ है। वायुसेना ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीडीएस रावत को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 अफसर सवार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 11 शव बरामद किए गए हैं, जो बुरी तरह जल चुके हैं।

हेलीकॉप्टर में कौन-कौन सवार था?
इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, बी साई तेजा और हवलदार सतपाल शामिल थे।

इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जनरल बिपिन रावत गंभीर रूप से घायल हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जनरल रावत के दिल्ली स्थित घर उनके परिवार से मिलने पहुंचे। इस हादसे पर वे संसद में गुरुवार को बयान देंगे।

जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को यह पद संभाला। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे।

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने श्रद्धांजलि दी
अभी जनरल बिपिन रावत के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है, लेकिन सेना के सूत्र और कुछ पूर्व अफसरों ने जनरल बिपिन रावत की मौत को लेकर ट्वीट किया। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने जनरल बिपिन रावत को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी।

Mi-17V5 की क्या है खासियत-
Mi-17V5 रशियन मेड हेलिकॉप्टर है, जिसे पर्सनल, कार्गो और इक्विपमेंट्स को कैरी करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें बाहर की तरफ एक स्लिंग लगी होती है, जिसमें कार्गो कैरी कर सकते है। इसका प्राइमरी टास्क ग्राउंड पर टारगेट्स को खत्म करना और घायलों को बचाना है। हीट सीकिंग मिसाइल के खिलाफ इसमें सेल्फ डिफेंस सिस्टम होता है। यह अनगाइडेड रॉकेट्स, तोपें और छोटे हथियार कैरी कर सकता है।

यह एक एडवांस मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है, जो किसी भी तरह की जियोग्राफिकल कंडीशन में ऑपरेट कर सकता है। एकदम विपरीत क्लाइमेट कंडीशन में भी यह भरोसेमंद है। दिन के अलावा रात में भी ऑपरेट हो सकता है। हाई एल्टीट्यूड और हॉट कंडीशंस में भी ऑपरेट हो सकता है। इसमें सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम लगा होता है, जो टारगेट पर इसकी एक्युरेसी को बढ़ा देता है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।