मुम्बई: निर्माता संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म पद्मावती पर चल रहे विवाद के बीच सीबीएफसी के अध्यक्ष पहलाज निहलानी का एक बयान आया है। घटना की निंदा करते हुए निहलानी ने कहा कि यह घटना राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका है। पिछले सप्ताह राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली की आगामी फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर तोड़फोड़ की थी और भंसाली समेत फिल्म से जुड़े अन्य लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
निहलानी ने इस घटना को हिंसा की शर्मनाक घटना बताते हुए कहा, “संजय लीला भंसाली ने हमारे सिनेमा को दुनिया के हर कोने में पहुंचाया है। वह दुनियाभर में एक ‘जीनियस’ के रूप में जाने जाते हैं। और यह भी देखिए कि उन्होंने भारत के पर्यटन के लिए क्या कुछ किया है।” निहलानी ने कहा, “उनकी फिल्मों ‘खामोशी : द म्यूजिकल’ और ‘गुजारिश’ की शूटिंग गोवा में हुई थी और इनसे इस तटीय जन्नत के सौंदर्य का प्रचार हुआ था। वहीं, उनकी फिल्मों ‘हम दिल दे चुके सनम’ और ‘गोलियों की लीला रासलीला’ से गुजरात की संस्कृति का प्रचार हुआ था और ‘बाजीराव मस्तानी’ ने दुनियाभर में मराठा योद्धाओं की कहानी का प्रचार प्रसार किया।”
उन्होंने कहा, ‘पद्मावती’ राजस्थान की हमारी समृद्ध संस्कृति और विरासत का एक नया अध्याय खोलने जा रही थी। लेकिन, क्या ये गुंडा तत्व भंसाली को राजस्थान में शूटिंग करने देंगे? क्या वह कभी वहां वापस जाएंगे? यह राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका है। भंसाली को जयपुर में शूटिंग करने की अनुमति देने के बाद उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की थी।” भंसाली ने कहा, “फिजी, मॉरीशस और दक्षिण अफ्रीका भारतीय फिल्मों को शूटिंग के लिए हर प्रकार की सुरक्षा और मदद उपलब्ध कराते हैं। भारत में सहायता की बात तो भूल जाइए, आपकी टीम के सदस्यों और उपकरणों की सुरक्षा तक खतरे में होती है।”
भंसाली पर फिल्म में राजपूत महारानी पद्मावती के प्रेम में पड़े दिल्ली के शासक अलाउद्दीन खिलजी से संबंधित ‘इतिहास से छेड़छाड़’ का आरोप लगाया गया है। ‘पद्मावती’ के निर्माता वायकॉम 18 मोशन पिक्च र्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजित अंधारे ने कहा कि यह घटना ‘राजनीति और रचनात्मकता के संबंधों में भारी गिरावट’ है। दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी ने भी ‘भंसाली पर हुए इस हमले’ की निंदा है।
उन्होंने कहा, “क्या यह मात्र एक संयोग ही है कि कई साल पहले एक भाजपा शासित प्रदेश में ही फिल्म ‘वॉटर’ पर भी हमला हुआ था? दोषी को सजा मिलनी चाहिए और फिल्म उद्योग को एकजुट खड़े होना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं फिर न दोहराई जाएं।” प्रख्यात गीतकार, पटकथा लेखक और एड गुरु प्रसून जोशी ने भंसाली को एक ‘दिग्गज व सज्जन व्यक्ति’ बताते हुए कहा कि ‘हिंसा कभी कोई समाधान नहीं हो सकता।’ फिल्मकार सुधीर मिश्रा ने फिल्म उद्योग को एकजुट खड़े होने और न्याय की मांग करने को कहा है। फिल्मकार राकेश रोशन भी घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि किसी को कोई शिकायत हो तो उसे सम्मानजनक तरीके से दूर किया जा सकता है।