Elections 2023: राजस्थान-मध्यप्रदेश के चुनावों पर देश की नजर, जानिए क्यों है इतना अहम

जहां एक तरफ 2018 में मध्य प्रदेश में 15 महीने ही CM रहे कमलनाथ के सहारे राज करने वाली कांग्रेस अपना खाता लंबे समय तक नहीं खोल पाई वहीं 25 सालों से राजस्थान में हर बार बदलती है सरकार क्या इस बार नया रिकॉर्ड बनाएगी

0
212

चुनाव आयोग पांच राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव की तारीखों का आज ऐलान (Assembly Election 2023) किया। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर को एक फेज में चुनाव होगा। वहीं, छत्तीसगढ़ में दो फेज में चुनाव होगा। 7 नवंबर और 17 नवंबर को। इसके अलावा, मिजोरम में दो फेज में चुनाव होगा। 7 नवंबर और 3 दिसंबर को।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में कुल 16.14 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे।

गौरतलब है कि इस साल के अंत तक पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं। पांचों राज्यों में कुल 679 विधानसभा सीटें हैं। मध्य प्रदेश में इस वक्त भाजपा की सरकार है। वहीं, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस शासन में है। तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव वाली भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस की सरकार है। मिजोरम में जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट सत्ताधारी पार्टी है।

इसबार देश की नजर कई राज्यों के चुनावों पर है लेकिन सबसे ज्यादा दिलचस्पी राजस्थान और मध्यप्रदेश के चुनावों में देखने को मिल रही है। जहां सीधी टक्कर सत्ताधारी कांग्रेस-भाजपा में है। जहां एक तरफ 2018 में मध्य प्रदेश में 15 महीने ही CM रहे कमलनाथ के सहारे राज करने वाली कांग्रेस अपना खाता लंबे समय तक नहीं खोल पाई वहीं 25 सालों से राजस्थान में हर बार बदलती है सरकार क्या इस बार नया रिकॉर्ड बनाएगी या फिर सरकार बदलेगी। चलिए आइए एक नजर डालते हैं इन दोनों राज्यों की राजनीति पर…

ये भी पढ़ें: इस्राइल-हमास के बीच नहीं थम रहा वॉर, एयर इंडिया ने तेल अवीव जानें वाली उड़ाने की रद्द

25 सालों से राजस्थान में हर बार बदलती है सरकार
राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट हैं। 2018 में यहां 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। अलवर की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का हार्टअटैक से निधन हो गया था। जिसके चलते एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। 199 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस को 99 सीट मिली थी। रालोद ने यहां कांग्रेस को समर्थन किया, जिसके खाते में एक सीट आई। इस तरह कांग्रेस को 100 सीटें मिली और सरकार बनाई। बाद में 2019 में हुए रामगढ़ सीट के चुनाव में भी कांग्रेस की उम्मीदवार जीतीं जिससे कांग्रेस के पास 101 सीटें हो गई। अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री हैं।

2023 राजस्थान विधानसभा चुनाव
अब 2023 राजस्थान विधानसभा की बात करें तो इसको लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया। अंतिम सूची के अनुसार प्रदेश में 5 करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरूष और 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता शामिल हैं।

मतदाता सूची में 80 साल से अधिक आयु के 11.78 लाख मतदाता और 100 वर्ष से अधिक आयु के 17,241 मतदाता पंजीकृत हैं। 5.61 लाख विशेष योग्यजन मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इन मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी जाएगी।

ये भी पढ़ें: Israel War: मौतों का आंकड़ा 48 घंटे के अंदर 2100 से पार, जानिए हमास संगठन कितना बड़ा, VIDEO

इसी प्रकार 606 ट्रांसजेंडर मतदाता भी पंजीकृत है। प्रदेश के मतदान केंद्र की बात करें तो 601 मतदान केंद्र नए बनाए गए हैं और 32 मतदान केंद्रों का समायोजन किया गया है। 569 मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। मतदान केंद्र की संख्या 51 हजार 187 से बढ़कर 51 हजार 756 हो गई है।

मध्य प्रदेश में 15 महीने ही CM रहे कमलनाथ
मध्य प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद काफी सियासी ड्रामा हुआ था। चुनाव रिजल्ट में कांग्रेस को भाजपा से पांच सीटें ज्यादा मिली थीं। कांग्रेस के पास 114 सीटें थी वहीं BJP के खाते में 109 सीटें आई थीं। बसपा को दो और सपा को एक सीट पर जीत मिली थी। कांग्रेस ने गठजोड़ करके बहुमत का 116 का आंकड़ा पा लिया और कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बन गए।

ये भी पढ़ें: Video: ब्राह्मणों पर दिए इस बयान के बाद क्यों लग रहा है राहुल गांधी राजस्थान का चुनाव हार गए ?

कांग्रेस की सरकार 15 महीने ही टिक पाई। दरअसल, कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इसमें 6 मंत्री शामिल थे। स्पीकर ने मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इस्तीफे के कारण कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई।

मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, कोर्ट ने कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया। मगर फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ ने CM पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में भाजपा ने बागी विधायकों को मिलाकर अपने पास 127 विधायक कर लिए और सरकार बनाई। शिवराज सिंह चौहान चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने।

ये भी पढ़ें: राजस्थान के चुनावी रण में BJP ने खेला ब्राह्मण कार्ड, जारी किया घोषणापत्र, जानिए क्या है खास

2023 मध्यप्रदेश विधानसभा
अब 2023 मध्यप्रदेश विधानसभा की बात करें तो इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया। इसमें करीब 17 लाख मतदाता बढ़े हैं। प्रदेश में सामान्य मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 हो गई है। इसमें पुरुष मतदाता 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 और महिला मतदाता 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 और थर्ड जेंडर 1373 हैं। प्रदेश में कुल 5 करोड़ 61 हजार 36 हजार 229 मतदाता दर्ज हैं।

ये भी पढ़ें: अशोक गहलोत ने ली CM पद की शपथ, 2019 के लिए एक ही मंच पर आया विपक्ष, देखें तस्वीर

18-19 साल की उम्र के पहली बार मतदान करने वाले 22 लाख 36 हजार 564 वोटर हो गए हैं, जो आने वाले विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे। वहीं, 80 या इससे अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 6 लाख 53 हजार 640 है। इसमें 100 वर्ष की उम्र पार करने वाले 5124 मतदाता हैं। इस बार चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 945 महिला मतदाता हैं। इस बीच, विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने अब तक 79 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने भी अपने 39 प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस ने अब तक कोई सूची नहीं जारी की है।

अगर आपको ये खबर पसंद आई तो जरुर शेयर कीजिए

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।