देखते ही देखते ये साल भी गुजर गया, साल 2019 कई मायनों में राजनीतिक नजरिए से ऐतिहासिक साल रहा। क्योंकि इस साल कई अहम फैसले लिए गए जिनका कई दशकों से इंतजार किया जा रहा था। आइए एक नजर डालते हैं उन देश-विदेश की घटनाओं पर जो इस साल अखबारों के मुख्यपृष्ठ पर खूब छाई रहीं…..
नरेन्द्र मोदी की सत्ता वापसी
2019 चुनावी साल रहा। राफेल विमान, बिगड़ी अर्थव्यवस्था, नोटबंदी और जीएसटी समेत कई ऐसे मुद्दों पर घिरी मोदी सरकार ने देश में ऐसा माहौल बनाया कि चुनाव का मुद्दा ही बदल गया। 23 मई को आए नतीजों से पहले जितने भी सर्वे आए उसमें भाजपा बहुमत से दूर थी, लेकिन जब नतीजे आए तो हर कोई हैरान हो गया। भाजपा ने अकेले दम पर 300 का आंकड़ा पार किया। इससे पहले 2018 में दिसंबर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नतीजों ने भाजपा को झटका दिया था ऐसे में 2019 की शुरुआत भाजपा के लिए शानदार नहीं मानी जा रही थी। लेकिन नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर चुनावी करिश्मे और जोड़ीदार अमित शाह की रणनीति के दम पर विरोधियों को गलत साबित किया।
बंगाल चुनाव
2019 ने बंगाल की तस्वीर पूरी तरह से बदलकर रख दी। बंगाल इस बार पूरी तरह भगवामय हो गया था। बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की जबकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई। इन नतीजों को विधानसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी की सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है।
राफेल विमान विवाद
कांग्रेस पार्टी की तरफ से 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा राफेल विमान विवाद का बनाया गया। राहुल का आरोप था कि नरेंद्र मोदी ने अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए इस डील में गड़बड़ की है लेकिन कांग्रेस का यह दांव फेल हो गया। ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी मोदी सरकार को राहत मिली और इस विमान की खरीद प्रक्रिया को सही पाया गया।
सूरत आग
सूरत के सरथना इलाके में स्थित एक कमर्शल कॉम्प्लेक्स में अचानक भीषण आग लगने से 20 से अधिक छात्रों की मौत हो गई थी। मृतक छात्र यहां स्थित एक कोचिंग में पढ़ने आए थे। आग लगने के बाद घबराहट में उन्होंने बिल्डिंग से छलांग लगा दी, जिससे इतनी ज्यादा संख्या में मौतें हुई हैं। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया था। वहीं सीएम विजय रुपाणी ने मृतक छात्रों के परिवार को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। इसके बाद कई राज्यों में ऐसी घटनाएं सामने आयी।
अयोध्या फैसला
अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद मामले में 40 दिन तक लगातार दलीलें सुनने के बाद उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर 9 नवंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा विवादित जमीन का असल मालिक रामलला को माना है। इसके साथ ही सरकार को 3 महीने के भीतर एक ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण की रूपरेखा तय करने को भी कहा गया है। जबकि सुन्नी वफ्फ बोर्ड को कोर्ट ने अयोध्या में ही दूसरी जगह 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया है। वहीं इस फैसले के बाद राम ट्रस्ट को लेकर एक नया विवाद जन्म ले चुका है। फिलहाल ये खबर इस साल सबसे ज्यादा अखबारों में छाई रही।
धारा 370
5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा ली गई। उसके तहत जो प्रतिबंध थे, उन्हें हटाया गया है। मतलब इसके तहत कश्मीर को जो स्वायत्तता मिलती थी, जो अलग अधिकार मिलते थे, वे सब हट गए हैं। जिस वजह से कहा जाता था कि एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान, ये सब खत्म हो जाएंगे। धारा 370 का खण्ड एक लागू रहेगा जो कहता है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इस ऐतिहासिक फैसले के साथ जम्मू-कश्मीर अलग केंद्र शासित प्रदेश बनेगा और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा।
महाराष्ट्र चुनाव-
महाराष्ट्र चुनाव इस साल खूब सुर्खियों में रहा। बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन ने विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ा लेकिन चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर अड़ गई और उसने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया. जिसके बाद शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिल गई, एक लंबे समय तक चले सियासी ड्रामे के बाद तीनों ने साझा सरकार बनाई। इसी के साथ ही ऐसा पहली बार हुआ जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री बना हो। उद्धव ठाकरे ने गठबंधन सरकार की कमान संभाली और राज्य के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली।
बालाकोट एयरस्ट्राइक
26 फरवरी 2019 को, भारतीय वायु सेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने नियंत्रण रेखा पार की और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद संचालित आतंकवादी शिविर पर हमला किया। इस ऑपरेशन के दौरान लगभग 200-300 आतंकवादी मारे जाने की बात कही गई थी। हालांकि इसके सबूत नहीं मिले। आपको बता दें, यह स्ट्राइक भारत द्वारा 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के जवाब में कार्रवाई थी। इस हमले में लगभग भारत ने अपने 40 से ज्यादा जवानों को खोया था।
अभिनंदन वर्धमान
एयरस्ट्राइक के बाद बौखलाए पाकिस्तान को हवाई हमले में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस दौरान भारतीय वायुसेना का विमान मिग-21 हादसे का शिकार हो गया और इसको उड़ा रहे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहुंच गए थे। वहां उन पर पाकिस्तानियों ने हमला कर दिया और फिर पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया। हालांकि भारत के दबाव के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा था और भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करना पड़ा था। इस पूरी घटना ने भारत-पाकिस्तान के विदेश संबंधों को झकझोर कर रख दिया और शांति वार्ता की बात ‘प्वाइंट ऑफ नो रिटर्न’ (अब कुछ नहीं हो सकता) पर पहुंच गई थी।
ट्रंप-किम जोंग मुलाकात
इस साल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग की मुलाकात काफी सुर्खियों में रही। इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ऐसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए जिन्होंने उत्तर कोरिया की धरती पर कदम रखा।
हांगकांग
हांगकांग के इतिहास में शायद पहली बार हुआ जब वहां के शांतिप्रिय लोग चीन की नीति के खिलाफ सड़कों पर उतरे और लोकतंत्र की मांग की। यह प्रदर्शन अब भी जारी है। इस प्रदर्शन का कारण चीन का प्रत्यर्पण बिल है जिसके बारे में हांगकांग के लोगों का मानना है कि इससे उनकी आजादी पर असर पड़ेगा और वे चीन के हाथों गुलाम बन जाएंगे।
नागरिकता संशोधन विधेयक बिल
साल के अंत में नागरिकता संशोधन विधेयक बिल 2019 ने पूरे देश भर में बवाल मचाया हालांकि इस बिल को दोनो सदनों में पास करवाने में मोदी सरकार सफल रही। विपक्ष ने इस बिल को संविधान विरोधी बताया तो वहीं पूर्वोत्तर में इस बिल को लेकर काफी उग्र प्रदर्शन हुए।
इसरो
चंद्रयान-2 की असफलता के बाद दिसंबर माह में इसरो ने भारतीय उपग्रह रीसैट-2बीआर1 और चार अन्य देशों के 9 सैटेलाइट लॉन्च किए। यह प्रक्षेपण पीएसएलवी-सी48 रॉकेट के जरिए आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। इस लॉन्चिंग के साथ भारत कई क्षेत्रों में ताकतवर बना।
तेलंगाना गैंगरेप
28 नवंबर को चार लोगों ने मिलकर महिला डॉक्टर का रेप किया और बाद में पेट्रोल डालकर जला दिया। ये मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसके बाद रेपिस्ट को फांसी की सजा देने की मांग देश के कोने-कोने से उठने लगी। ये मामला और सुर्खियों में आ गया जब तेलंगाना पुलिस ने सीन ऑफ क्राइम’ (रिक्रिएशन) के दौरान चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। बताया गया चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी।
पी. चिदंबरम गिरफ्तारी
वित्त मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने दो उपक्रमों को मंजूरी दी गई थी। आइएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई ने 15 मई, 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त करने के लिए मीडिया समूह को दी गई एफआइपीबी मंजूरी में अनियमितताएं हुई। इसके बाद ईडी ने पिछले साल इस संबंध में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था। 24 घंटों के फुल सियासी ड्रामे के बाद चिदंबरम की गिरफ्तारी की गई। चिदंबरम की गिरफ्तारी अगस्त महीने की सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहने वाली खबर बनी थी।
तीन तलाक को मंजूरी-
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी के बाद 19 सितंबर से देशभर में तीन तलाक कानून लागू कर दिया है। कानून में कई प्रावधान रखें गए है। जैसे- तलाक के बाद बच्चों का अधिकार मां को मिलेगा। तुरंत तीन तलाक को संज्ञेय अपराध मानने का प्रावधान, यानी पुलिस बिना वारंट गिरफ्तार कर सकती है। तीन साल तक की सजा आदि का प्रावधान।