टैटू बनवाने से 14 लोग हुए HIV पॉजिटिव, प्रशासन में मचा हड़कप, जानें पूरा मामला

20 साल के लड़के ने गांव के मेले में हाथ पर टैटू बनवाया था। अन्य पीड़ित भी उसी मेले में घूमने के दौरान टैटू बनवाकर आए थे। जिसके बाद उनकी सेहत बिगड़ी और बॉडी में चिंताजनक लक्षण नजर आए और तब जाकर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।

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वाराणसी: अगर आप टैटू के शौकीन हैं तो ये खबर आपके लिए है क्योंकि इस खबर के बाद आपको टैटू बनवाने से पहले कई बार सोचना होगा। दरअसल, ये पूरा मामला उत्तरप्रदेश के वाराणसी का है। जहां लगभग 14 लोग एकसाथ एचआईवी पॉजिटिव (Tattoo HIV Positive) निकलें हैं। उन लोगों का कहना है कि उन्होंने न तो शारीरिक संबंध बनाएं और न ही कहीं से खून लिया है तो फिर उनमें एड्स का खतरा कैसे बढ़ा।

इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कप मच गया है। कई जांच के बाद मालूम चला कि सस्ते में टैटू बनवाने के चक्कर में इन 14 लोगों  ने एड्स जैसी गंभीर बीमारी को गले लगा लिया। वहीं अब ये खबर आग की तरह फैल गई है कि टैटू बनवाने से भी एचआईवी सक्रंमित हो सकते हैं।

क्या है पूरा मामला-
एचआईवी पीड़ित युवाओं में शुरुवाती लक्षण सामान्य बुखार था।  मलेरिया, कोरोना की जांच व सामान्य दवाइयों से आराम नहीं मिला तो डॉक्टर्स ने एचआईवी का टेस्ट किया तो सबकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन सभी पीड़ितों का इलाज पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चल रहा है।

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सस्ता टैटू पड़ा मंहगा
एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट (Anti Retroviral Treatment) करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि एक ही सुई से टैटू  बनवाने की वजह से सभी HIV संक्रमित हुए हुए है। बताते चलें कि इन सभी ने हाल ही में एक ही जगह से टैटू बनवाया था।

मामले की जांच के दौरान प्रशासन को पता चला कि सभी एचआईवी संक्रमित लोगों ने किसी मेले में एक ही स्टॉल पर टैटू बनवाया था। वाराणसी के बड़ागांव निवासी एक 20 साल के लड़के ने गांव के मेले में हाथ पर टैटू बनवाया था। अन्य पीड़ित भी उसी मेले में घूमने के दौरान टैटू बनवाकर आए थे। जिसके बाद उनकी सेहत बिगड़ी और बॉडी में चिंताजनक लक्षण नजर आए और तब जाकर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।

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ध्यान दे-
टैटू बनवाने का फैशन युवाओं में काफी देखा जाता है। ऐसे में हर कोई प्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट के पास जाकर मंहगा टैटू नहीं बनवा सकते हैं ऐसे में सस्ते के चक्कर में लोग सड़क पर बिना कुछ सोचे समझे अनप्रोफेशनल लोगों से टैटू बनवाने लगते हैं।  टैटू बनाने वाले अक्सर उनकी सुई के महंगी होने की वजह से उसे चेंज नहीं करते। यानी एक ही सुई से कई लोगों की बॉडी में टैटू बना दिया जाता है। साफ है कि अगर उनमें से कोई भी HIV संक्रमित हुआ तो बाकी लोग भी उस कॉमन सुई के इस्तेमाल से एड्स के रोगी बन जाएंगे।

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