नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन शाखा हनुमानगढ़ के कार्यालय में आयोजित किया

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हनुमानगढ़। श्रमिक संगठनों का जिला स्तरीय कंवेंशन हनुमानगढ़ जंक्शन के रेलवे प्रांगण के पास नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन शाखा हनुमानगढ़ के कार्यालय में आयोजित किया गया। इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू,एन डब्ल्यू आर इ यूं, एआईआरएफ, रोडवेज ट्रांसपोर्ट वर्कर यूनियन,ई रिक्शा चालक यूनियन, ट्रैक्टर ट्राली चालक यूनियन टेंपो चालक यूनियन कैंटर चालक यूनियन से जुड़े   पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओ ने इस कंवेंशन में भाग लिया। केन्द्र सरकार द्वारा श्रमिको को संरक्षण प्रदान करने वाले पुराने श्रम कानूनों को समाप्त करके नई 4 श्रम संहिताओं को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने और श्रमिक संगठनों के 21 सूत्रीय मांग चार्टर पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नही किये जाने के विरोध में केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने 20 मई 2025 को देशव्यापी हड़ताल करने का निर्णय लिया है। सम्मेलन को श्रमिक नेता कामरेड रामेश्वर वर्मा, सुभाष चन्द्र मीणा, शेर सिंह शाक्य, बहादुर सिंह चौहान, सुरेन्द्र शर्मा आदि ने संबोधित किया। विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि सरकार श्रमिको के हित मे विचार करने की बजाय कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर आर्थिक, श्रम नीतियां बना रही है।

श्रमिक बमुश्किल अपने परिवार को पाल रहे है, वही कॉरपोरेट घरानों के मुनाफा कई गुणा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजरी दिए लगभग 4 माह बीत गए है, लेकिन अभी तक इसके गठन एवं विषयवस्तु की अधिसूचना जारी नही हुई है। रेलवे, रक्षा, रोडवेज,बिजली, इस्पात, डाक, बैंक, पेट्रोलियम, बीमा, बंदरगाह,सड़क और गोदी आदि क्षेत्र में निजीकरण अभियान पर रोक लगनी चाहिए। प्रत्येक श्रमिक को सामाजिक सुरक्षा और पेंशन की गारंटी हो। देशभर में सभी श्रमिको को न्यूनतम वेतन में समानता मिले। अल्पकालिक रोजगार प्रणाली और अग्निपथ योजना समाप्त हो। सभी श्रमिको के काम के घंटे 8 तक सीमित हो।स्थाई रोजगार की गारंटी दी जाये ओर ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाये।आंगनबाड़ी, आशा, मध्यान्ह भोजन, आशा किरण आदि योजना श्रमिको को श्रमिक का दर्जा प्रदान करने के लिए भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू किया जाए।

विभिन्न वक्ताओं ने राज्य श्रम विभाग की श्रमिको को संरक्षण दिलाने में प्रभावहीन भूमिका पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन के इशारे पर यूनियनों के पंजीयन रद्द किए जा रहे है। राज्य में श्रमिक संगठनों के साथ कोई संवाद नही है। मजदूर आंदोलन में पुलिस का दमन बढता जा रहा है।श्रमिको से जुड़ी विभिन्न समितियों का गठन लंबित है। श्रमिक संगठनों के पास संघर्ष के अलावा कोई और विकल्प अब नही है। बैठक मे बसंत सिंह,वेद मक्कासर, जितेन्द्र दास, तरसेम सिंह, शकूर खान,दौलत राम डागला विजय सिंह, विक्रम सहारण,रिछपाल सिंह सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।

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