ई-रिक्शा चालकों और पुलिस प्रशासन के बीच विवाद गहराया, थाना प्रभारी के निलंबन की मांग

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हनुमानगढ़। शहर में इन दिनों ई-रिक्शा चालकों और ट्रैफिक पुलिस प्रशासन के बीच विवाद गहराता जा रहा है। गुरुवार को बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालकों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए ट्रैफिक पुलिस पर टेंपू चालकों और ई-रिक्शा चालकों के बीच भेदभाव करने का गंभीर आरोप लगाया। चालकों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ मनमानी कार्रवाई की जा रही है, जबकि टेंपू चालकों को खुली छूट दी गई है। इस रवैये से आक्रोशित ई-रिक्शा चालकों ने ट्रैफिक थाना प्रभारी को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की है।
ई-रिक्शा चालकों ने आरोप लगाया कि ट्रैफिक पुलिस केवल ई-रिक्शा चालकों को ही निशाना बना रही है। चालकों ने कहा कि शहर में हर जगह टेंपू भी यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें नजरअंदाज कर रही है। चालकों ने सवाल उठाया कि आखिर ट्रैफिक पुलिस टेंपू और ई-रिक्शा चालकों में भेदभाव क्यों कर रही है? इसको लेकर चालकों में रोष है और उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही थाना प्रभारी को निलंबित नहीं किया गया और ट्रैफिक पुलिस का भेदभावपूर्ण रवैया बंद नहीं हुआ तो वे चक्का जाम कर बड़ा आंदोलन करेंगे।
प्रदर्शन के दौरान चालकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए और प्रदर्शन को और तेज करने की चेतावनी दी। चालकों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई से उनका जीवन संकट में आ गया है।
जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर ने कहा कि पुलिस प्रशासन सादगी पूर्ण व ई रिक्शा चालकों की और सॉफट कॉर्नर रखते हुए इन्हे अपनी रोजी रोटी कमाने दे। उन्होने कहा कि पढ़े लिखे बच्चे अपना रोजगार कमाने के लिए ईरिक्शा चला रहे है और पुलिस प्रशासन दोगला रवैया न अपनाये और सभी के साथ एक सा व्यवहार करे ताकि शहर के शांती बनी रहे।

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