घिरे केजरीवाल: कपिल मिश्रा का बड़ा आरोप, सत्येंद्र जैन से ली 2 करोड़ की घूस

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट से बर्खास्त किए गए जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा ने रविवार को राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए केजरीवाल पर दो करोड़ रुपये की घूस लेने का आरोप लगाया। ये घूस कैबिनेट के ही दूसरे मंत्री सतेंद्र जैन की ओर से दी गई। कपिल मिश्रा की प्रेस वर्ता की बड़ी बातें :-

– ये हमारी पार्टी है, मेरी पार्टी है किसी भी हालत में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो हमें बाहर कर सके, हम इसे कभी      छोड़कर नहीं जाएंगे।

– पार्टी के अंदर अगर गंदगी आ गई है तो सफाई की शुरुआत करने, झाड़ू चलाने हम बापू की समाधि पर आए हैं।
– ये पार्टी ईमानदारी के लिए और करप्शन के खिलाफ संघर्ष करने वालों की पार्टी है।

– पूरी कैबिनेट का अकेला मंत्री हूं जिसके ऊपर करप्शन का कोई मामला नहीं है और न ही जांच चल रही है, पिछले दो    साल से एक भी मामला मेरे खिलाफ नहीं है।

– मुझे हटाने के लिए कहा गया है कि दिल्ली के कुछ इलाकों में पानी की कुछ समस्या आ रही थी इसलिए हटाया गया  लेकिन दो साल में जब भी केजरीवाल और सिसोदिया ने अपने बयानों में पानी पर बात की तो तारीफ ही की तो क्या वो  तब दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे थे।

– मंत्री बनने के एक महीने के अंदर मैंने शीला दीक्षित के खिलाफ एसीबी को जो लैटर लिखा उसके बाद क्या हुआ ये सब  जानते हैं, मैं आज भी उसपर कायम हूं।

– लोग कह रहे हैं कि मैं मंत्री पद से हटने के बाद बोल रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है। मैं जब हटा नहीं था उससे पहले से बोल रहा हूं, एसीबी को लैटर के बाद केजरीवाल से मिलने गया उन्हें सारी बात बताई। मेरे बोलने के बाद मुझे हटाया गया है न कि हटने के बाद मैं बोल रहा हूं।

– मेरा भी पाप रहा। हमने चीजों को देखा। कई तरह के केस और मामले आए लेकिन भरोसा था कि एक आदमी ईमानदार है और वो है अरविंद केजरीवाल, क्योंकि उसे कोई नहीं खरीद सकता।

– जब भी ऐसा कोई मामला सामने आया हम चुप रहे क्योंकि हमें भरोसा था कि केजरीवाल जी को जब पता चलेगा तो वो सब ठीक कर देंगे। शायद ये सब केजरीवाल जी को पता नहीं हैं।

– परसों (शुक्रवार को) मैंने अपनी आंखों से देखा है कि सतेंद्र जैन जी ने केजरीवाल को दो करोड़ रुपये नकद दिए। मैंने पूछा कि ये क्या है तो केजरीवाल जी ने कहा कि राजनीति में कुछ बातें होती हैं जो सही समय आने पर ही बताई जाती हैं
– मैंने केजरीवाल से कहा कि आप क्षमा मांगें, गलतियां होती हैं लेकिन केजरीवाल ने जब इसपर चुप्पी नहीं तोड़ी तो मैं सबके सामने आया हूं।

– मनी लॉड्रिंग के मामले में, सतेंद्र जैन के बारे में कई जानकारियां हैं जो सबको मालूम है। किस प्रकार से बेटी और रिश्तेदारों को पद पर रखा गया। ये सबको मालूम है।

– सतेंद्र जैन ने खुद बताया कि केजरीवाल के रिश्तेदार के लिए 50 करोड़ की जमीन की डील उन्होंने कराई। मैंने तब केजरीवाल जी से पूछा तो उन्होंने कहा कि तुम्हें मुझपर भरोसा नहीं है। तब मैंने कहा भरोसा है लेकिन अब तो आंखों से कैश देख लिया है।

– कुर्सी जाती है तो जाए, प्राण चले जाएं तो भी चुप नहीं रहूंगा, चुप कभी भी नहीं रहूंगा।

– क्यों सतेंद्र जैन के करप्शन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं केजरीवाल? पहले जीतेंद्र तोमर को सर्टिफिकेट दिया गया सही होने का और अब सतेंद्र जैन को ये सर्टिफिकेट दिया जा रहा है।

कपिल मिश्रा का दर्द

ये मेरी पार्टी है। 2004 से आंदोलन से जुड़ा रहा हूँ।

कहीं नही जाएंगे। यहीं रहकर सफाई करेंगे। झाड़ू चलाएंगे। कूड़ा हटाएंगे

कपिल ने ट्विटर पर शनिवार को लिखा है कि टैंकर घोटाले में बहुत बड़ा खुलासा होगा। उन्होंने कई ट्वीट किए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग कल सुबह से शुरू होगा। उन्होंने एक पत्र भी शेयर करते हुए कहा कि इस लेटर में उन्होंने एसीबी के चीफ से मांग कि है कि वे पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछताछ करें।

आम आदमी पार्टी (आप) में मचे घमासान के बीच पार्टी से निलंबित किए गए विधायक अमानतुल्ला खान को विधानसभा की समितियों में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। आप के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में खान को पार्टी से बुधवार को निलंबित किया गया था। वहीं कुमार विश्वास के करीबी विधायकों को विधानसभा की किसी भी अहम समिति में नहीं रखा गया है। इसके बाद कुमार विश्वास ने एक ट्वीट करके फिर पार्टी के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

 

क्या है पूरा मामला?
पार्टी नेतृत्व के साथ कुमार विश्वास के टकराव होने पर उनकी तरफदारी करने वाले कपिल मिश्रा को जल मंत्री के पद से हटा दिया। घटनाक्रम के ठीक बाद मिश्रा ने दावा किया कि वह कथित घोटाले में आप के कुछ नेताओं की संलिप्तताओं का आज ‘‘पर्दाफाश’’ करेंगे। मिश्रा ने कहा, ‘‘फैसले के बारे में मुझे जानकारी नहीं दी गयी और मेरी जानकारी के अनुसार केजरीवाल ने यह फैसला एकतरफा लिया। कैबिनेट या राजनीतिक मामलों की समिति के फैसले लेने वाली शीर्ष इकाई इसमें शामिल नहीं थी।’’

इस घटनाक्रम के बाद कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘‘मैं देश और स्वयंसेवकों को आश्वासन देना चाहता हूं कि हम परिणाम की परवाह किये बगैर भीतर और बाहर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। भारत माता की जय।’’

क्या है टैंकर घोटाला..?
दिल्ली में 2012-13 में तीन कंपनियों को पानी टैंकर लेने के लिए ठेका दिया गया था। आरोप है कि इसमें 400 करोड़ का घोटाला हुआ था। कपिल मिश्रा ने टैंकर घोटाले को लेकर एसीबी को पत्र लिखा है। मिश्रा ने टैंकर घोटाले में पिछले एक साल से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीक्षा दीक्षित के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाबजूद कार्रवाई न होने का मामला उठाते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रमुख मुकेश मीणा को पत्र लिखा था। इस पत्र में कपिल ने शीला दीक्षित से पूछताछ में देरी पर निराशा जताते हुए उनसे तुरंत पूछताछ की मांग की थी।

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