सतीपुरा ग्राम पंचायत को नगर परिषद में शामिल करने का विरोध

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हनुमानगढ़। ग्राम पंचायत सतीपुरा के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपने गांव को नगर परिषद हनुमानगढ़ में शामिल न करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि सतीपुरा पिछले 150 वर्षों से एक समृद्ध और विकसित गांव है, जहां सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। नगर परिषद में शामिल होने से ग्रामीणों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा और उनकी कृषि आधारित आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि उनके मकान खसरा रजिस्टर में दर्ज हैं, और अगर नगर परिषद में शामिल किया गया, तो पट्टे बनवाने में लाखों रुपये का खर्च आएगा, जो कि मध्यम वर्गीय किसानों के लिए वहन करना संभव नहीं होगा। इसके अलावा, बिजली, पानी और अन्य करों में वृद्धि से ग्रामीणों पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा।
गांव के किसानों और मनरेगा मजदूरों की चिंताओं को भी ग्रामीणों ने उजागर किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मनरेगा मजदूर कृषि कार्यों, जैसे कि खालों की सफाई आदि में संलग्न हैं, लेकिन अगर गांव नगर परिषद में शामिल हुआ, तो वे शहरी कार्यों में लग जाएंगे, जिससे कृषि उत्पादन प्रभावित होगा। इसके अतिरिक्त, चक 45 एनजीसी और चक 50 एनजीसी क्षेत्र पूरी तरह से कृषि भूमि है, जिसे नगर परिषद में शामिल करने से खेती पर बुरा असर पड़ेगा।

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