डोनाल्ड ट्रम्प के पहले भाषण में 10 बड़े ऐलान, जानिए कैसा होगा दुनिया पर इसका असर?

इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि ट्रम्प प्रशासन अमेरिकी नीतियों में बड़े बदलाव लाने की योजना बना रहा है, जिसका देश और दुनिया पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है।

30

20 जनवरी 2025 को, डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और अपने पहले भाषण में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इन घोषणाओं का उद्देश्य अमेरिका की नीतियों में व्यापक परिवर्तन लाना है। चलिए आपको बताते हैं ट्रम्प के पहले भाषण में 10 बड़े ऐलान क्या है और उनका प्रभाव कैसा पड़ेगा?

केवल दो जेंडर की मान्यता: ट्रम्प ने घोषणा की कि अमेरिकी सरकार अब केवल पुरुष और महिला जेंडर को ही मान्यता देगी, थर्ड जेंडर की मान्यता समाप्त की जाएगी। ट्रम्प ने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ बयान दिए थे। ट्रम्प के रक्षा मंत्री पिट हेगसेथ का कहना था कि सेना में महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स को शामिल करने से अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हो रही है।

प्रभाव: इससे LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों पर असर पड़ सकता है, विशेषकर ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कानूनी और सामाजिक अधिकारों में कमी आ सकती है।

मेक्सिको बॉर्डर पर आपातकाल की घोषणा: दक्षिणी सीमा पर आपातकाल लागू करते हुए, अवैध प्रवास को रोकने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही गई। US-मेक्सिको बॉर्डर से आने वाले अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा है। ट्रम्प का कहना है कि यहां से अवैध प्रवासी और अपराधी अमेरिका में एंट्री करते हैं। ट्रम्प इस बॉर्डर पर दीवार बनाने की बात भी कह चुके हैं।

प्रभाव: सीमा सुरक्षा में वृद्धि होगी, लेकिन प्रवासी समुदायों और मानवाधिकार संगठनों के बीच चिंता बढ़ सकती है।

अवैध आपराधिक प्रवासियों की वापसी: अपराध में संलिप्त अवैध प्रवासियों को उनके मूल देशों में वापस भेजने की योजना प्रस्तुत की गई। प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अमेरिका में दुनिया के सबसे ज्यादा अप्रवासी हैं। दुनिया के कुल 20% अप्रवासी अमेरिका में ही रहते हैं। 2023 तक यहां रहने वाले अप्रवासियों की कुल संख्या 4.78 करोड़ थी। ट्रम्प का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अवैध तरीके से अमेरिका में घुसकर अपराध करते हैं।

प्रभाव: अपराध दर में कमी आ सकती है, लेकिन प्रवासी समुदायों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है।

पनामा नहर की पुनः प्राप्ति: ट्रम्प ने पनामा नहर को वापस लेने की इच्छा जताई, जिसे 1999 में पनामा को सौंपा गया था। ट्रम्प का कहना है कि इस नहर को अमेरिका ने 1999 में पनामा देश को गिफ्ट किया था, लेकिन इस पर अब चीन का कंट्रोल हो चुका है और यहां अमेरिकी जहाजों को ज्यादा टैक्स देना पड़ता है।

प्रभाव: अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में तनाव बढ़ सकता है, विशेषकर पनामा और चीन के साथ।

अन्य देशों पर टैरिफ और टैक्स: ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के तहत, अन्य देशों पर टैरिफ और टैक्स लगाने की बात कही गई, ताकि अमेरिकी नागरिकों को आर्थिक लाभ हो। ट्रम्प कई बार कह चुके हैं कि अमेरिका को हर साल अन्य से देशों से बड़े व्यापार घाटे का सामना करना पड़ता है। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद BRICS देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी भी दी थी। इससे अलावा वो चीन, कनाडा और मेक्सिको पर भारी भरकम टैरिफ लगाने की धमकी दे चुके हैं।

प्रभाव: वैश्विक व्यापार में बदलाव आ सकता है, जिससे कुछ देशों के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ सकता है।

ग्रीन न्यू डील का अंत: पर्यावरणीय नीतियों में बदलाव करते हुए, ग्रीन न्यू डील को समाप्त करने की घोषणा की गई। ट्रम्प कई बार घोषित रूप से जलवायु परिवर्तन पर शक जाहिर कर चुके हैं। वो जीवाश्म ईंधन के मुखर समर्थक हैं। उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका को 2015 की पेरिस क्लाइमेट डील से बाहर कर लिया था।

प्रभाव: पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में कमी आ सकती है, जिससे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई प्रभावित हो सकती है।

पंचदूत को व्हाट्सऐप पर फॉलो करें, Panchdoot WhatsAPP पर क्लिक करें…

पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलना: अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते से पुनः बाहर निकालने की घोषणा की गई।

प्रभाव: वैश्विक जलवायु प्रयासों में अमेरिका की भागीदारी कम होगी, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में असंतोष बढ़ सकता है।

स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली की आलोचना: अमेरिकी स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणालियों की आलोचना करते हुए, सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

प्रभाव: नीतिगत बदलावों की संभावना है, जो इन क्षेत्रों में सुधार या विवाद का कारण बन सकते हैं।

मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्री भेजने का ऐलान: अमेरिकी ध्वज को मंगल ग्रह पर फहराने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना की घोषणा की गई। ​​​​​​ट्रम्प के समर्थक और स्पेसएक्स के मालिक इलॉन मस्क कई बार धरती के बाहर नई इंसानी बस्तियां बसाने की बात कह चुके हैं। मंगल ग्रह को लेकर ट्रम्प के ऐलान के बाद मस्क ने खड़े होकर तालियां बजाई।

प्रभाव: अंतरिक्ष अनुसंधान में नई दिशा मिलेगी, जिससे वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह बढ़ेगा।

विदेशी आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई: विदेशी शत्रु अधिनियम 1798 को लागू करते हुए, विदेशी आपराधिक गिरोहों को निशाना बनाने की बात कही गई।

प्रभाव: अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी, लेकिन कानूनी और मानवाधिकार मुद्दों पर बहस छिड़ सकती है।

इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि ट्रम्प प्रशासन अमेरिकी नीतियों में बड़े बदलाव लाने की योजना बना रहा है, जिसका देश और दुनिया पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।