गृह रक्षा स्थापना दिवस का समापन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी शाम

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हनुमानगढ़। गृह रक्षा स्थापना दिवस का भव्य समापन शुक्रवार को गृह रक्षा प्रशिक्षण केंद्र हनुमानगढ़ में आयोजित हुआ। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति ने समां बांध दिया। मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक नीलम चौधरी और विशिष्ट अतिथि जिला न्यायाधीश सरिता स्वामी, बिजली थाना अधिकारी कुसुम लता, सरकारी अधिवक्ता मीनाक्षी भिड़ासरा, हास्य कलाकार ख्याली सहारण , स्थानीय कलाकार गिरिराज शर्मा और कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य मोहनलाल गोस्वामी ने समारोह में शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत कमांडेंट प्रियंका कड़वासरा द्वारा ध्वजा रोहन के साथ हुई। कमांडेंट प्रियंका कड़वासरा द्वारा राष्ट्रपति एवं राज्यपाल के संदेश को पढ़कर सभी जवानों को सुनाया और इसके बाद गृह रक्षा के जवानों और स्थानीय कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गीत-संगीत और नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति ने समारोह को यादगार बना दिया।

हास्य कलाकार ख्याली सहारण ने अपने व्यंग्यपूर्ण चुटकुलों से सबको खूब हंसाया। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वाले गृह रक्षा के जवानों और वीरांगनाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि नीलम चौधरी ने उनके साहस और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि गृह रक्षा के जवान समाज की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, “गृह रक्षा जवान हर परिस्थिति में बिना किसी स्वार्थ के अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। चाहे आपदा प्रबंधन हो, कानून व्यवस्था बनाए रखना हो या किसी अन्य आपात स्थिति में मदद करना, ये हमेशा तैयार रहते हैं।” दूसरी ओर, जिला न्यायाधीश सरिता स्वामी ने कहा कि गृह रक्षा के जवानों का कार्य न केवल महत्वपूर्ण है बल्कि प्रेरणादायक भी है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे इन जवानों के प्रयासों का सम्मान करें और सहयोग करें। बिजली थाना अधिकारी कुसुम लता और मीनाक्षी भिड़ासरा ने गृह रक्षा के जवानों को शहरी और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था का आधार बताते हुए उनकी सेवाओं की सराहना की।

कार्यक्रम में प्राचार्य मोहनलाल गोस्वामी ने कहा कि गृह रक्षा के जवान समाज की सुरक्षा का अभिन्न हिस्सा हैं। इनकी भूमिका न केवल अपराध रोकने में बल्कि आपातकालीन सेवाओं में भी अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रहीं। पारंपरिक राजस्थानी नृत्य और गीतों ने दर्शकों का मन मोह लिया। विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम पेश कर उपस्थित जनसमूह में जोश और उमंग का संचार किया। गृह रक्षा स्थापना दिवस का यह आयोजन जहां सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और प्रस्तुत करने का माध्यम बना, वहीं इसने गृह रक्षा के जवानों की सेवाओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर भी दिया। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों ने जवानों को उनकी प्रतिबद्धता और सेवा के लिए बधाई दी और समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की।

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