हनुमानगढ़। नोहर निवासी एक महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर एफआईआर संख्या 462/2024 की निष्पक्ष जांच की मांग की है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मौजूदा अनुसंधान अधिकारी मुल्जिमान के दबाव में सही जांच नहीं कर रहा है और प्रकरण में मौजूद महत्वपूर्ण साक्ष्यों को नजरअंदाज कर रहा है। पीड़िता के अनुसार, उसने मुल्जिमान सुभाषचन्द्र और मुकेन्द्र के विरुद्ध धारा 318(4), 305(ए), 308(4), 308(5), 308(6), 123, 81, 82(2), 61(2)(ए), और 64(1) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज करवाया था। पीड़िता ने कहा कि मुल्जिमान ने उसे जान से मारने की योजना बनाई थी, जिसकी रिकोर्डिंग भी पत्रावली में मौजूद है। इसके अलावा, मुल्जिमान ने पीड़िता को नशा देकर उसके प्लाट और घर के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराकर संपत्ति हड़पने की कोशिश की थी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि मुल्जिमान ने उसके घर से महिंद्रा जीप, मोटरसाइकिल, स्कूटी, जीप ट्रॉली और सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए हैं।
साथ ही, पीड़िता को धमकियां दी जा रही हैं कि यदि वह नोहर में कहीं दिखी तो उसे जान से मार दिया जाएगा। पीड़िता ने मौजूदा अनुसंधान अधिकारी पर मुल्जिमान से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी आर्थिक और राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है। इसके अलावा, मुल्जिमान ने पीड़िता के पीएनबी और एसबीआई खातों से अवैध रूप से धनराशि निकाल ली, जिसकी जांच अब तक नहीं की गई है। पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक से अपील की है कि मामला नोहर थाना से हटाकर जिला मुख्यालय पर किसी निष्पक्ष उच्च अधिकारी को सौंपा जाए। साथ ही, फर्जी दस्तावेजों और निकाली गई धनराशि की बरामदगी करवा कर न्याय दिलाने की मांग की है। पीड़िता ने अपनी जान-माल की सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
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