हनुमानगढ़। जिला मुख्यालय के निकट गाव 2केएनजे के साहिब बंदगी आश्रम में सोमवार को ऑनलाइन सत्संग का आयोजन किया गया। यह सत्संग राजड़ी आश्रम (जम्मू) से लाइव प्रसारित हुआ। सद्गुरु मधु परमहंस जी के सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में संगत ने आध्यात्मिक ज्ञान का लाभ उठाया।
सद्गुरु मधु परमहंस जी ने अपने प्रवचनों के माध्यम से संगत को आत्मा और मोक्ष के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि संसार में जितने भी कार्य और भौतिक संपत्ति हैं, वे सब अस्थायी हैं। मृत्यु के बाद सब कुछ यहीं छूट जाता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे एक छोटा बच्चा धन का महत्व नहीं समझता, वैसे ही अधिकांश लोग आत्मा और मोक्ष के महत्त्व को नहीं समझ पाते।
सद्गुरु जी ने फरमाया कि आत्मा अमर और अविनाशी है, जबकि शरीर नश्वर है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मनुष्य को यह समझना होगा कि बंधन का कारण मन और माया हैं। मनुष्य के पाप और दुखों का समाधान केवल सद्गुरु के नाम और मार्गदर्शन में संभव है। उन्होंने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसका मन है, जिसे साधने के लिए सद्गुरु का सहारा लेना आवश्यक है।
इस सत्संग में राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के सुदूर क्षेत्रों से संगत ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। संगत ने सद्गुरु जी के प्रवचनों से प्रेरणा प्राप्त की और आत्मा की मुक्ति के लिए प्रयास करने का संकल्प लिया।
आगामी ऑनलाइन सत्संग का आयोजन 20 जनवरी 2025 को किया जाएगा।
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