एमएसपी पर समस्त फसलों को खरीदने की मांग

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हनुमानगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा का अनिश्चितकालीन पड़ाव जंक्शन जिला कलैक्ट्रैट के समक्ष छठे दिन भी जारी रहा। एमएसपी पर समस्त फसलों को खरीदने की मांग को लेकर किसान प्रतिनिधि गांव गांव जाकर किसानों एवं कष्ट कारों को जागरूक कर रहे हैं एवं 26 सितंबर को जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष आयोजित महापदा में शामिल होने के निमंत्रण दे रहे हैं। मंगलवार को हिरनावाली,20 चक, जंडावाली, चिश्तिया, मलकोका, बनवाला, पक्कासहारणा, खारा चक, पालेवाली ढाणी,शेर सिंह वाला, उत्तम सिंह वाला, मानकर,चंदडा,नौवां आदि गांवो में जनसंपर्क किया। किसान नेता रेशम सिंह माणुका ने बताया कि किसान मूंग, धान, बाजरा, मूंगफली सहित खरीफ की अन्य ऐसी फसलें जिनकी एमएसपी घोषित की गई है, उनकी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की मांग कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री भी हर मंच के माध्यम से बोल रहे हैं कि केन्द्र सरकार ने खरीफ की फसलों की एमएसपी बढ़ाई है, लेकिन आज किसान रो रहा है। मूंग की प्रति क्विंटल एमएसपी 8682 रुपए तय है जबकि 6000 रुपए के करीब खरीद हो रही है। यानि किसान को प्रति क्विंटल पर 1500 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक का घाटा झेलना पड़ रहा है। किसान नेता सुभाष गोदारा, रविन्द्र सिंह,गुरमीत सिंह, बलराज सिंह,लखवीर सिंह, मनप्रीत सिंह, संदीप सिंह ने कहा कि किसानों की मांग पूरी होनी बेहद जरूरी है। किसानों को लाखों रूपये की चपत लग रही है जो असहनीय है। उन्होने कहा कि पूरे देश का पेट भरने वाला किसान खुद अपने हक के लिए संघर्ष कर रहा है यह हमारे देश व प्रदेश के लिए शर्मनाक बात है। किसानों ने इस उम्मीद के साथ मूंग सहित अन्य जिन्सों की बिजाई की कि वह फसल को एमएसपी पर बेचकर अपनी आजीविका चलाएगा, लेकिन किसान जब अपनी फसल धानमंडी में लेकर पहुंच रहा है तो उसकी फसलों का दाम एमएसपी से कम लगाया जा रहा है। इससे किसानों की उम्मीदें टूट रही हैं।

सरकार किसी भी तरह से अपने वादे पर खरी नहीं उतर रही। हनुमानगढ़ के बाजार में धान पीआर की व्यापारियों की ओर से 1900-2000 रुपए में खरीद की जा रही है। किसान को प्रति बीघा औसमन करीब 10 से 12 हजार रुपए का घाटा लग रहा है। नरमा की खरीद को लेकर भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। न ही फैक्ट्रियों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि बाजरा की एमएसपी पर खरीद का सरकार का चुनावी वादा था लेकिन अभी तक बाजरा का एक भी खरीद केन्द्र निर्धारित नहीं किया गया है। किसानों ने एक सुर में धान, मूंग, बाजरा की एमएसपी पर खरीद जल्द शुरू करने, नरमा की खरीद बिना किसी शर्त के 1 अक्टूबर से शुरू करने, मूंगफली के खरीद केन्द्र सभी मंडियों में खोलकर जल्द से जल्द खरीद शुरू करने,  एवं टिब्बी में एथनोल फैक्ट्री का विरोध कर रहे किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की गई। उन्होने कहा कि तो 26 सितम्बर को जिला कलैक्ट्रैट के समक्ष महासभा का आयोजन होगा और आन्दोलन की आगामी रणनीति बनाई जायेगी।

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