केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर हनुमानगढ़ में काला दिवस मनाया

0
27

हनुमानगढ़ 23 सितंबर 2024। केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर हनुमानगढ़ में काला दिवस मनाया गया, श्रीमान जिलाधीश हनुमानगढ़ को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। हनुमानगढ़ में केंद्रीय श्रम संगठनों सीटू द्वारा जिलाधीश कार्यालय पर प्रदर्शन कर काला दिवस मनाया गया। कलेक्टर पर  संगठन की ओर से जिलाधीश महोदय हनुमानगढ़ को ज्ञापन दिया गया। और सरकार से मांग की गई की चारों काले कानून ( लेबर कोड)वापस लिए जाएं। केंद्र सरकार द्वारा सारे श्रम कानून समाप्त कर 4 लेबर कोड बनाए गए हैं, यह श्रम विरोधी लेबर कानून मजदूरों के सारे अधिकारों को समाप्त करने वाले हैं, मजदूरों को अपना संगठन बनाना भी मुश्किल हो जाएगा, मलिक चाहेंगे उस यूनियन को मान्यता देगा, सालाना बोनस मलिक की मर्जी पर होगा दे या ना दे, किसी प्रकार का नुकसान अगर कारखाने में होता है तो वह मजदूर से वसूला जाएगा, रजिस्ट्रार को ट्रेड यूनियन को बिना किसी नोटिस के खारिज करने का अधिकार होगा, 48 घंटे के नोटिस द्वारा किसी को भी नौकरी से निकाला जा सकेगा, श्रम विभाग और लेबर इंस्पेक्टर को समाप्त करके काउंसलर बनाया जाएगा।

स्थाई कर्मचारी खत्म कर ठेका श्रमिकों से ही कार्य करवाया जायेगा इससे कारखाने मालिक द्वारा मजदूरों को कुछ नहीं मिलेगा।इस प्रकार श्रम कानून में जो कुछ अधिकार मिले वह सब समाप्त कर दिए जाएंगे।आज कलेक्ट्रेट पर हुई सभा को सीटू जिला महासचिव कामरेड शेर सिंह शाक्य, खेत मजदूर यूनियन के केन्द्रीय कमेटी सदस्य कामरेड रघुवीर वर्मा, कामरेड मुकद्दर अली कामरेड सुल्तान खान कामरेड शत्रोहन कामरेड रामस्वरूप कामरेड रिछपालसिंह, कामरेड लाल मोहन, कामरेड गुरु प्रेम सिंह कामरेड धनराज सिंह कामरेड मेजर सिंह कामरेड दारा सिंह कामरेड अफसर अली ने  आम सभा को संबोधित किया। सभी साथियों ने आज के काले दिवस का महत्व समझाया। इसी के साथ एम एस पी पर सरकारी खरीद की मांग भी की गई और बताया की मोदी सरकार कह रही है की किसानों की फसल का दाना दाना समर्थन मूल्य पर खरीद करेगी लेकिन सच्चाई ये की सरकार अभी तक समर्थन मूल्य पर कोई जीन्स नहीं खरीद कर रही है ट्रेड यूनियंस किसानों की एस एस पी पर खरीद का पुरजोर समर्थन करती है ।22 सितंबर 2020 को केंद्र सरकार द्वारा यह काले कानून पास किए गए थे। आज 4 वर्ष हो गए हैं और सरकार इन सभी को जल्दी से जल्दी लागू करना चाहती है इसलिए हम सभी संगठनों और मजदूर वर्ग को इसके विरोध के लिए तैयार रहना होगा।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।