भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट (vinesh phogat) ने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। अपने इस निर्णय से उन्होंने सभी को हैरान कर दिया है। संन्यास लेने से एक दिन पहले विनेश फोगाट को तय किग्रा से ज्यादा वजन होने के कारण डिस्क्वालीफाई कर दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके अपने संन्यास का ऐलान किया है।
उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे X पर एक पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी, माफी।” विनेश के संन्यास लेने की खबर सामने आने के बाद, हरियाणा के CM नायब सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार विनेश को ओलिंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी की तरह ही सम्मान-इनाम देगी।
विनेश फोगाट के करियर पर एक नजर
विनेश फोगाट भले ही ओलंपिक में पदक ना जीत पाई हो, लेकिन उन्होंने अपने करियर में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे इवेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने ने 2014, 2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता था। वो 2018 में एशियाई चैंपियन बनी थी।
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उन्होंने 50 किलो ग्राम के इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने दो बार 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतें हैं। उन्होंने ये पदक 2019 और 2022 में जीते थे। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने 2013 में यूथ रेसलिंग चैंपियनशिप से की थी। अपने पहले ही इवेंट में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
पेरिस ओलंपिक में विनेश का सफर
विनेश 3 मुकाबले जीतकर 50 kg रेसलिंग ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी।
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क्यों हुई फाइनल से बाहर
विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की।
7 अगस्त को विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50kg से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद ओलिंपिक एसोसिएशन ने उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। ओलिंपिक से बाहर होने के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोच वीरेंद्र दाहिया उनसे मिलने पहुंचे तो विनेश ने उनसे कहा- ‘किस्मत खराब थी कि हम मेडल से चूक गए, लेकिन यह खेल का हिस्सा है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा से कहा था कि वे रेसलर की मदद के तरीके तलाशें। PM ने उषा से इस मामले में विरोध दर्ज कराने को भी कहा था।
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